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भारत में अपने लॉन्च के और करीब पहुंचा टेस्ला, इन 4 कारों को मिली हरी झंडी!

अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला भारत में अपनी कारें लॉन्च करने की ओर एक कदम और बढ़ा चुकी है। ताज़ा मीडिया रिपोर्ट्स से इस बात का खुलासा हुआ है कि कंपनी की 4 कारों को भारत में हरी झंडी मिल गई है।

By Rishabh ParmarEdited By: Published: Tue, 31 Aug 2021 10:16 PM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 10:16 PM (IST)
भारत में अपने लॉन्च के और करीब पहुंचा टेस्ला, इन 4 कारों को मिली हरी झंडी!
भारत में अपने लॉन्च के और करीब पहुंचा टेस्ला

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। दिग्गज इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी Tesla की कारों की भारत में एंट्री को लेकर पिछले लंबे समय से चर्चाएं चल रही हैं। गौरतलब है कि जब कंपनी ने बेंगलुरु में रजिस्ट्रेशन करवाया तो कयास लगने लगे कि कंपनी भारत में जल्द ही अपनी कार लॉन्च करने के करीब है। हालांकि इस बात को भी कुछ समय बीत चुका है। अब ताज़ा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टेस्ला नें भारत में अपनी कारों के लॉन्च को लेकर एक और कदम आगे बढ़ाया है। दरअसल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर एक पोस्टिंग का जिक्र किया गया है, जिसमें बताया जा रहा है कि टेस्ला ने अपने वाहनों के चार मॉडल्स को भारतीय सड़कों पर चलने के लिए प्रमाणित किया है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दी गई जानकारी से पता चलता है कि, टेस्ला के चार मॉडल भारतीय बाजार की सुरक्षा और उत्सर्जन आवश्यकताओं के अनुरूप हैं। पोस्टिंग में इस बात का भी जिक्र है कि, "टेस्टिंग से पता चलता है कि, व्हीकल इमिशन, सेफ़्टी और सड़क योग्यता के मामले में ये कारें भारतीय बाजार के अनुसार हैं। इन कारों में Tesla Model 3 और Model Y के वेरिएंट शामिल हैं, आपको बता दें यह जानकारी इसलिए भी पुख्ता हो जाती है क्योंकि इससे पहले टेस्ला फैन क्लब द्वारा भी इसे साझा किया गया था।

वहीं कंपनी के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलोन मस्क ने भारत में एक फैक्ट्री लगाने की ओर संकेत दिये थे। हालांकि इसके लिए ये जरूरी है कि टेस्ला भारत में आयात कर के वाहनों की बिक्री शुरू कर दे। जिसे लेकर टेस्ला के सीईओ ने कुछ वक्त पहले एक ट्वीट के जरिये भारत में आयात होने वाले वाहनों के टैक्स पर छूट की मांग की थी। एलोन मस्क ने अपने ट्वीट में लिखा था, " दुनिया के किसी भी अन्य देश के मुकाबले भारत में आयात शुल्क सबसे ज्यादा है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को भी गैसोलीन से चलने वाले वाहनों की तरह समझा जाता है, जो कि पर्यावरण के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों के हिसाब से ठीक नहीं है।"

जिसके बाद ईवी निर्माता की टैक्स कटौती की मांग को देश में संचालित विभिन्न अन्य OEMs से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। जहां फॉक्सवैगन और हुंडई ने टेस्ला की मांग का समर्थन किया है, वहीं महिंद्रा ने कम घरेलू लेवी के साथ आयात शुल्क की समीक्षा करने का सुझाव दिया है। वहीं, टाटा मोटर्स ने केंद्र से सभी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के साथ समान व्यवहार करने और FAME II योजना के तहत ईवीएस के स्थानीय निर्माण के प्रति अपने दृष्टिकोण में कंसिस्टेंट रहने को कहा था। 


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