Tesla की भारत में गाड़ियों को लाॅन्च करने से पहले ही बढ़ सकती है मुश्किल, आगामी बजट में इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने पर हो रहा विचार
भारत में आगामी बजट को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही हैं कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सरकार आगामी बजट में स्मार्टफोन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित 50 से अधिक वस्तुओं पर आयात शुल्क में 5 से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहा है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Tesla Launch Update : देश में दुनिया की प्रसिद्व इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी Tesla एंट्री को तैयार है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क इस बात की पुष्टि कर चुके हैं, कि वे अपनी पहली कार को इस साल के अंत तक लाॅन्च करेंगे। जिसके चलते कंपनी ने कुछ दिनों पहले ही बेंगलुरु में टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी भी रजिस्टर करवाई है। लेकिन टेस्ला के बााजर में आगमन से पहले ही कंपनी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
भारत में आगामी बजट को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही हैं, कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सरकार आगामी बजट में स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित 50 से अधिक वस्तुओं पर आयात शुल्क में 5 से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है। आयात शुल्क बढ़ाने का कदम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और समर्थन करना है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार लगभग 200 बिलियन से 210 बिलियन डॉलर, 2.7 बिलियन डॉलर से 2.8 बिलियन डॉलर के अतिरिक्त रेवेन्यू को लक्षित करना चाह रही थी, क्योंकि कोरोना महामारी के चलते मंदी के दौर ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर खूब प्रभाव डाला है। हालांकि इसके बारे में अभी तक कोई अधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।
लेकिन सरकार के इस कदम से इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम में तो बढ़ोत्तरी होगी ही साथ ही अपकमिंग कंपनियों की भारत में गाड़ियां महंगी हो जाएंगी। टेस्ला की बात करें तो यह भारत में अपनी कारों को कम्पलीट बिल्ट यूनिट(CBU) , कम्पलीट नॉकडाउन यूनिट(CKU) के रूप में पेश कर सकती है। जानकारी के लिए बता दें, टेस्ला की भारत में लांचिंग को लेकर जहां कुछ लोग उत्साहित हैं, तो वहीं कुछ इन गाड़ियों का मजाक बनाते नजर आ रहे हैं। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि टेस्ला भारत में कितनी सफल हो पाती है।