Tata Tigor Electric का नया अवतार भारत में जल्द होगा लॉन्च, सिंगल चार्ज में चलेगी 213km, महज 2 घंटे में होगी चार्ज
Tata Tigor फेसलिफ्ट को दो वेरिएंट्स में पेश किया जा सकता है इसमें कंपनी दो बैटरी पैक 16.2kWh और 21.5kWh का इस्तेमाल करेगी। ड्राइविंग रेंज की बात करें तो इसका स्टैंडर्ड मॉडल 165km तक की रेंज देगा वहीं एक्सटेंडेड मॉडल सिंगल चार्ज में 213 किमी तक चलने में सक्षम होगा।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Tata Tigor Electric Facelift Launch: देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स भारत में अपनी Tigor EV फेसलिफ्ट की लांचिंग को लेकर लंबे समय से चर्चा में है, इस कार को भारतीय सड़कों पर कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है। जिसके डिजाइन में मौजूदा मॉडल की झलक देखने को मिलती है। आइए आपको बताते हैं, इस अपकमिंग टाटा टिगोर ईवी में कंपनी क्या नए फीचर्स को शामिल कर सकती है:
दो वैरिएंट में साथ इतनी होगी रेंज: Tata Tigor EV फेसलिफ्ट को दो वेरिएंट्स नॉर्मल (Normal) और एक्सटेंडेड (Extended) रेंज में पेश किया जा सकता है, इसमें कंपनी दो बैटरी पैक 16.2kWh और 21.5kWh का इस्तेमाल करेगी। जिसके पावरट्रेन सिस्टम में 70V (3फेज) इंडक्शन मोटर दी जाएगी। जो 41bhp की पॉवर और 105Nm का टार्क प्रदान करने में सक्षम होगी। ड्राइविंग रेंज की बात करें तो इसका स्टैंडर्ड मॉडल 165km तक की रेंज देगा वहीं एक्सटेंडेड मॉडल सिंगल चार्ज में 213 किमी तक चलने में सक्षम होगा।
लगभग 2 घंटे में 80 तक चार्ज: यानी वर्तमान में सेल होने वाले Tigor EV मॉडल से ड्राइविंग रेंज करीब 22 किमी ज्यादा होगी। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप से 80 किमी प्रति घंटे की सीमित स्पीड के साथ आएगी। चार्जिंग को लेकर कहा जा रहा है कि इसके एक्सटेंडेड मॉडल को 11.5 घंटों में और स्टैंडर्ड मॉडल को 8 घंटे में शून्य से 100% तक चार्ज किया जा सकता है। वहीं फास्ट चार्जर के जरिए 2 घंटे में बैटरी 80% तक चार्ज हो जाएगी।
डिजाइन में मामूली होगा बदलाव: टाटा टिगोर ईवी फेसलिफ्ट में नीले रंग की हाइलाइट्स और त्रिकोणीय ऐरॉ पैटर्न ग्रिल के साथ आएगी। इसके चार्जिंग सॉकेट को ग्रिल में स्लॉट किया जाएगा। वहीं कैबिन स्टैंडर्ड टिगॉर से काफी मेल खाएगा। इसके साथ ही कयासे लगाए जा रहे हैं, कि इसमें पारंपरिक आरपीएम गेज के स्थान पर कंपनी चार्ज मीटर के साथ कैबिन के अंदर नीली हाइलाइट का प्रयोग कर सकती है।
नोट: यहां दी गई सभी जानकारी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर है।