टाटा मोटर्स का एलान, ढांचागत सुविधाएं मिलें तो कुछ महीनों में उतार सकते हैं दो इलेक्ट्रिक कारें
टाटा मोटर्स ने कुछ महीने पहले केंद्र सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक कार खरीद की निविदा हासिल की थी।
नई दिल्ली (जय प्रकाश रंजन)। भारतीय कार बाजार में अपनी खोई प्रतिष्ठा व रसूख हासिल करने की जद्दोजहद में जुटी देश की नामी गिरामी कार कंपनी टाटा मोटर्स ने एलान कर दिया है कि अगर सरकार की तरफ से संतोषजनक ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं तो वह इसी वर्ष इलेक्ट्रिक कारों के दो मॉडल उतार देगी। टाटा मोटर्स के सीईओ व एमडी गुएंटर बुश्चेक और कंपनी के प्रेसीडेंट (पैसेंजर कार) मयंक पारीकने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में साफ तौर पर कहा कि इलेक्ट्रिक कारों के कारोबार में उनकी कंपनी न सिर्फ देश की अग्रणी कंपनी बनने की मंशा रखती है, बल्कि भारत को अग्रणी बनाने की भी क्षमता रखती है।
टाटा मोटर्स ने कुछ महीने पहले केंद्र सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक कार खरीद की निविदा हासिल की थी। बुश्चेक के मुताबिक हम कुछ ही महीनों की तैयारी में देश की जरूरत के अनुरूप दो मॉडल टियागो और टायगोर का इलेक्ट्रिक वर्जन लांच कर सकते हैं। अगर बड़े पैमाने पर इनका उत्पादन किया जाए तो इनकी कीमत भी काफी कम हो सकती है। इसे संभव बनाने के लिए सरकार को कदम उठाने होंगे। अभी इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में चीन तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगर भारत को यह स्थान दो वर्ष के भीतर हासिल करना है तो उसे अभी नीति को स्पष्ट करना होगा। तभी हम दूसरी कारों के विकास पर खर्च हो रहा पैसा इलेक्ट्रिक कारों में लगा सकते हैं।
पारीक ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत कम करना संभव है। पिछले दो वर्षो में इनकी बैट्री की कीमत 600 डॉलर प्रति किलोवाट आवर से घटकर 200 के नीचे आ गई है। और ज्यादा शोध होने से इसकी कीमत 100 डॉलर के करीब हो सकती है। हालांकि परंपरागत पैसेंजर कार बाजार के लिए भी हमें बेहद आक्रामक तरीके से तैयार है। वर्ष 2020 तक कंपनी पैसेंजर कार बाजार के 95 फीसद वर्गो में उत्पाद लांच कर देगी।