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TATA Motors ने फोर्ड के गुजरात स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट को खरीदा, बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनने की उम्मीद

TATA buys Ford Gujrat Plant भारतीय ऑटोमेकर की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफआईपीएल) के बीच हुए समझौते में भूमि संपत्ति और सभी पात्र कर्मचारी शामिल हैं। कंपनी ने इसके लिए 726 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

By Atul YadavEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 08:35 AM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 08:35 AM (IST)
TATA Motors ने  फोर्ड के गुजरात स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट को खरीदा, बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनने की उम्मीद
TATA Motors ने फोर्ड प्लांट को 726 करोड़ रुपये में खरीदा

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट को लीड करने की तैयारियों में जुटी हुई है, अपने ईवी प्रोडक्शन को बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए कंपनी ने फोर्ड इंडिया के साणंद प्लांट को खरीद लिया है। टाटा मोटर्स लिमिटेड की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफआईपीएल) ने आज गुजरात के साणंद में स्थित एफआईपीएल के विनिर्माण संयंत्र के अधिग्रहण के लिए एक यूनिट ट्रांसफर एग्रीमेंट (यूटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं।

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इतने करोड़ का हुआ समझौता

टाटा मोटर्स लिमिटेड ने पश्चिमी राज्य गुजरात में फोर्ड मोटर के मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट को 91.5 मिलियन डॉलर यानी लगभग (726 करोड़ रुपये) में खरीदने के लिए रविवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। भारतीय ऑटोमेकर की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफआईपीएल) के बीच हुए समझौते में भूमि, संपत्ति और सभी पात्र कर्मचारी शामिल हैं।

अधिग्रहण की घोषणा करते हुए, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के एमडी, शैलेश चंद्र ने कहा, "आज हस्ताक्षरित एफआईपीएल के साथ समझौता सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद है और यह टाटा मोटर्स की मजबूत आकांक्षा को दर्शाता है कि यात्री वाहन खंड और इलेक्ट्रिक वाहन खंड में अपने नेतृत्व की स्थिति का निर्माण जारी रखने के लिए कंपनी अपनी बाजार स्थितियों को और मजबूत करेगी। यह भविष्य के लिए तैयार आत्मानिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है और इससे भारतीय ऑटो उद्योग के विकास को अधित गति मिलेगी।

कंपनी का मानना है कि गुजरात के साणंद प्लांट की प्रोडक्शन क्षमता जो 3 लाख यूनिट प्रतिवर्ष है उसे बढ़ाकर 4 लाख 20 हजार यूनिट प्रतिवर्ष किया जा सकता है।

गौरतलब है कि फोर्ड का भारतीय यात्री वाहन बाजार में 2 प्रतिशत से भी कम था, जब उसने पिछले साल देश में उत्पादन बंद कर दिया था, मुनाफा कमाने के लिए दो दशकों से अधिक समय तक संघर्ष किया था। फोर्ड इंडिया का व्हीकल असेंबली प्लांट 350 एकड़ में फैला है जबकि इंजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में 110 एकड़ है। 

आपको जानकारी के लिए बता दें, कंपनी का प्लान लोगों को रोजगार देना है, क्योंकि प्लांट प्रत्यक्ष रुप से 3,043 रोजगार और अप्रत्यक्ष रुप से 20,000 रोजगार प्रदान करता है।


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