अब नेशनल हाईवे से हटेंगे स्पीड ब्रेकर, NHAI चला रही विशेष अभियान
सरकार राष्ट्रीय राजमार्गो से स्पीड ब्रेकर हटाने के लिए विशेष अभियान चला रही है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। आने वाले दिनों में आपको स्पीड ब्रेकर मुक्त राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) देखने को मिल सकते हैं। सरकार राष्ट्रीय राजमार्गो से स्पीड ब्रेकर हटाने के लिए विशेष अभियान चला रही है। हाइवे पर बाधा रहित यातायात के लिए यह फैसला किया गया है। इस अभियान में टोल प्लाजा को विशेष रूप से ध्यान में रखा जा रहा है। फास्टैग की सुविधा लागू हो जाने के बाद यातायात की बड़ी बाधा से बहुत हद तक छुटकारा पाया जा चुका है। इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टोल एकत्र करने के लिए पिछले महीने की 15 तारीख को फास्टैग की सुविधा लागू की गई थी।
केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्रालय ने बताया कि गति और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सड़कों का वर्गीकरण किया गया है, जिससे बिना किसी व्यवधान के सुरक्षित ड्राइविंग की जा सकती है। हालांकि कुछ स्थानों पर खतरे के चलते गति नियंत्रण आवश्यक होता है। स्पीड ब्रेकर हटाते समय इसे ध्यान में रखा जाएगा। स्पीड ब्रेकर हटाने का काम नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा किया जा रहा है।
मंत्रालय ने बताया कि हाइवे पर स्पीड ब्रेकर होने से यात्रियों को कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इससे समय तो नष्ट होता ही है, वाहन को नुकसान भी पहुंचता है। इसके अलावा बार-बार स्पीड कम-ज्यादा करने से ईंधन की खपत भी बढ़ जाती है। स्पीड ब्रेकर हटने से वाहन को एक समान गति में चलाया जा सकेगा, जिससे यात्रा में लगने वाले समय और लागत दोनों की बचत होगी। सरकार की यह कवायद एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं के लिए बहुत लाभकारी होगी।
राजमार्गो से स्पीड ब्रेकर हटाने के फैसले से लंबी अवधि में और भी बेहतर नतीजे मिलने की उम्मीद है। ईंधन का आयात देश के ऊपर सबसे बड़ा बोझ है। भारत अपनी खपत का अधिकतर ईंधन आयात करता है। इससे विदेशी मुद्रा का खर्च बढ़ जाता है, जिसका असर चालू खाता घाटे पर पड़ता है। ईंधन की खपत में कटौती से विदेशी मुद्रा तो बचेगी ही, प्रदूषण भी कम होगा। सरकार के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टोल कलेक्शन के फायदे दिखने शुरू हो गए हैं। स्पीड ब्रेकर हटने से हाइवे के यातायात में और सुधार होगा।