Rolls-Royce Phantom के इंटीरियर में मगरमच्छ के चमड़े का उपयोग करना पड़ा भारी, इटली के कस्टम विभाग ने जब्त की कार
रॉल्स-रॉयस फैंटम के एक मॉडल को पिछले हफ्ते इटली के सीमा शुल्क विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है। जिसके पीछे अनोखी वजह बताई गई है। इस कार का केबिन में दुर्लभ मगरमच्छ के चमड़े की अपहोल्स्ट्रिी का प्रयोग किया गया था।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Rolls Royce Seized in Italy: अल्ट्रा- लग्जरी कारों की दुनिया में Rolls Royce Phantom आज भी अपनी एक अहम जगह बनाए हुए है। इस लग्जरी कार के प्रत्येक ग्राहक की पसंद के अनुसार कार तैयार की जाती है। इसी के चलते आप कोई भी दो रोल्स-रॉयस फैंटम कारें एक जैसी नहीं देखेंगे। हालांकि कंपनी द्वारा इतनी सुविधा देने के बावजूद रोल्स-रॉयस फैंटम के एक मॉडल को पिछले हफ्ते इटली के सीमा शुल्क विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है। जिसके पीछे अनोखी वजह बताई गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है, कि इस कार का केबिन में दुर्लभ मगरमच्छ के चमड़े की अपहोल्स्ट्रिी का प्रयोग किया गया था। Rolls-Royce की नियम पुस्तिका के अनुसार इस प्रकार का कोई भी विकल्प कंपनी द्वारा नहीं दिया जाता है। वहीं Luxury Launches की एक रिपोर्ट के अनुसार Rolls-Royce Phantom को इसके मालिक द्वारा रूस से आयात किया गया था। जब इतालवी सीमा शुल्क विभाग को पता चला कि कार की सीटें एक दुर्लभ नस्ल की मगरमच्छ की खाल से तैयार की गई हैं। तो इसने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर लुप्तप्राय प्रजाति (CITES) संधि का उल्लंघन किया।
वाशिंगटन कन्वेंशन के तहत 1975 में लागू हुई बहुपक्षीय संधि लुप्तप्राय पौधों और जानवरों की रक्षा के लिए बनाई गई थी। यह उन जानवरों की त्वचा के व्यावसायिक उपयोग को भी प्रतिबंधित करता है। इस संधि के तहत संरक्षित प्रजातियों के रूप में मगरमच्छों को भी सूचीबद्ध किया गया है। इसलिए मगरमच्छ और मगरमच्छ के चमड़े से बने सामानों को समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले 160 देशों में कानूनी रूप से खरीदे और बेचे जाने के लिए CITES से निकासी प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है।
चूंकि इटली इस समझौते के हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक है, इसलिए रोल्स-रॉयस वाहन को जब्त कर लिया गया था। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इतालवी सीमा शुल्क विभाग को इसके मगरमच्छ के चमड़े के इंटीरियर के लिए कोई आधिकारिक कानूनी मंजूरी नहीं मिली थी।