Renault Kwid क्रैश टेस्ट में हुई फेल, मिली जीरो रेटिंग
भारत में रेनो की Kwid न सिर्फ पॉपुलर कार है बल्कि रेनो की यह सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है। आपको बता दें कि बिना एयरबैग वाली Kwid का क्रैश टेस्ट किया गया जहां यह कार फेल साबित हुई।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। अगर आपके पास रेनो की Kwid है तो आपको जानकर हैरानी होगी कि क्रैश टेस्ट में Kwid फेल हो गई है और इसे जीरो रेटिंग मिली है, यानी आपकी यह कार सेफ नहीं है। इससे पहले भी Kwid क्रैश टेस्ट में सफल नहीं हो पाई थी आइये जानते हैं पूरा मामला।
भारत में रेनो की Kwid न सिर्फ पॉपुलर कार है बल्कि रेनो की यह सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है। आपको बता दें कि बिना एयरबैग वाली Kwid का क्रैश टेस्ट किया गया जहां यह कार फेल साबित हुई। इस टेस्ट को व्हीकल सेफ्टी ग्रुप ASEAN NCAP ने किया था। ऐसे में अब सवाल यह उठता है की भारत में यह कार काफी बिकती है लेकिन सेफ्टी के लिहाज से यह कार तो बिलकुल फेल है ऐसे में जो लोग इसे चला रहे हैं उनकी जान किस के भरोसे है?
ASEAN NCAP के अनुसार रेनो Kwid को एडल्ट ऑक्यूपैंट प्रोटेक्शन (AOP) और चाइल्ड ऑक्यूपैंट प्रोटेक्शन (COP) में कम नंबर मिले जबकि कार सेफ्टी असिस्ट टेक्नोलॉजिज (SAT) कैटेगरी में इस कार एक भी नंबर नहीं मिला। इन तीनों ही कैटेगरी में रेनो Kwid को सिर्फ 24.68 अंक मिले। इन नंबर्स के मुताबिक ASEAN NCAP ने इसे शून्य रेटिंग कार घोषित किया है। ASEAN NCAP के अनुसार इस कार में सिर्फ ड्राइवर साइड एक हे एयरबैग है और इसके अंदर कोई आइसोफिक्स नहीं है, जिसकी वजह से बच्चों की सेफ्टी के लिए सीटबेल्ट ही एकमात्र सहारा है।
इस समय भारत में रेनो की Kwid 800cc और 1000cc इंजन में उपलब्ध है, इस कार की कीमत 2.65 लाख रुपए से लेकर 4.31 लाख रुपए तक जाती है। यह अपने सेगमेंट की ऑल्टो और रेडी गो को सीधा टक्कर देती है। लेकिन इतनी पॉपुलर कार होने के बावजूद भी यह सेफ्टी के नाम पर जीरो है।