Renault की पहली इलेक्ट्रिक कार टेस्टिंग के दौरान आई नजर, सिंगल चार्ज में चलेगी 400km, जानें लांचिंग पर क्या है रिपोर्ट
Renault Zoe जर्मनी और फ्रांस में धड़ल्ले से सेल की जाती है जिस डीसी फास्ट चार्जर के माध्यम से चार्ज होने में महज 1 घंटे 10 मिनट का समय लगता है। वहीं इसे 7.4Kwh वाॅल चार्जर के माध्यम से 9.5 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Renault Electric Car : भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में लगातार वाहन निर्माता कंपनियां अपने लाइन-अप का विस्तार कर रही है। इस क्रम में जहां एमजी मोटर्स, टाटा और हुंडई पहले ही एंट्री ले चुकी हैं। वहीं फ्रांस की कार निर्माता कंपनी रेनो ने भी इस सेग्मेंट पर अपनी निगाहें गड़ा ली हैं। जिसमें कंपनी की नई कार Zoe को हाल ही में भारतीय सड़कों पर टेस्टिंग के दौरान स्पॉट किया गया है।
यूरोपीय मार्केट में प्रसिद्व Zoe: यूरोपिय बाजार में रेनो की यह कार Zoe काफी मशहूर है, भारत में जिस कार को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है, वह उसका पिछला जेनरेशन माॅडल है। जिसकी लांचिंग को लेकर चर्चा तेज हो गई हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि जिस तरीके से पिछले जेनरेश माॅडल को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है, हो सकता है कि कंपनी केवल इसके कंपोनेंट्स की टेस्टिंग कर रही हो और इसे भविष्य में दूसरी कार में प्रयोग किया जा सके।
सिंगल चार्ज में चलेगी 400Km: रेनो Zoe जर्मनी और फ्रांस में धड़ल्ले से सेल की जाती है, जिस डीसी फास्ट चार्जर के माध्यम से चार्ज होने में महज 1 घंटे 10 मिनट का समय लगता है। वहीं इसे 7.4Kwh वाॅल चार्जर के माध्यम से 9.5 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। कंपनी ने इस कार में 41 Kwh क्षमता की बैटरी पैक का प्रयोग किया गया है। जो 110 से 135bhp तक की पावर देने में सक्षम है। मीडिया रिपोर्ट के मानें तो यह कार सिंगल चार्ज में 400 किलोमीटर तक का ड्राइविंग रेंज प्रदान करेगी। हालांकि कंपनी की तरफ से अभी तक इस बात को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है।
रेनो ने इस साल की शुरुआत में 2020 ऑटो एक्सपो में अपनी इलेक्ट्रिक कार को पेश किया था। वहीं जिस कार को देखा गया है वह रेड लाइसेंस प्लेट से लैस थी। जिसके चलते इसकी भारत में लाॅन्च होने की संभावना काफी कम है।