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Paytm ने महज 6 महीने में जारी किए 1 करोड़ से अधिक FASTag RFID , जानें इस स्टिकर के कार पर लगे होने से क्या हैं फायदे

फरवरी 2021 में सरकार ने भारत में सभी वाहनों के लिए FASTag अनिवार्य कर दिया था। हाल ही में एक अधिसूचना में MoRTH ने पुष्टि की थी कि 14 जुलाई 2021 तक 3.54 करोड़ से अधिक FASTag जारी किए गए हैं।

By BhavanaEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 02:51 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 09:31 AM (IST)
Paytm ने महज 6 महीने में जारी किए 1 करोड़ से अधिक FASTag RFID , जानें इस स्टिकर के कार पर लगे होने से क्या हैं फायदे
FASTag बारकोड के माध्यम से काम करता है,

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। FASTag Update: भारत में टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी लाइन से राहत देते हुए फास्टैग को ​अनिवार्य किया गया था। जिसे लेकर पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) ने हाल ही में घोषणा की कि उसने 2021 के पहले छह महीनों में करीब 40 लाख स्टिकर के साथ 1 करोड़ से अधिक फास्टैग आरएफआईडी जारी किए हैं। पेटीएम ने यह भी दावा किया कि 1 करोड़ का आंकड़ा सभी फास्टैग का लगभग 30% है। बता दें, भारत में 32 बैंकों द्वारा फास्टैग स्टिकर को जारी किया जाता है।

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क्या है FASTag

FASTag नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) द्वारा तैयार किया गया है, इसके प्रयोग से टोल प्लाजा पर बिना रुके अपने आप RFID तकनीक का उपयोग करके भुगतान किया जाता है। FASTag स्टिकर आपकी कार की विंडशील्ड से अंदर से जुड़ा होता है। यह रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) है, जो बारकोड के माध्यम से काम करता है, और आपके वाहन के पंजीकरण से जुड़ा होता है। फरवरी 2021 में सरकार ने भारत में सभी वाहनों के लिए FASTag अनिवार्य कर दिया था। हाल ही में एक अधिसूचना में, MoRTH ने पुष्टि की थी, कि 14 जुलाई 2021 तक 3.54 करोड़ से अधिक FASTags जारी किए गए हैं।

फास्टैग के इस्तेमाल से सिस्टम में बेहतर पारदर्शिता के साथ-साथ टोल प्लाजा चलाने वाले अधिकारियों द्वारा नकद लेन देन कम हो गया है। वहीं टोल प्लाजा पर भीड़ और प्रतीक्षा समय को कम करने की भी लगातार उम्मीद थी जिसमें भी काफी कमी आई है। यहां सबसे बड़ी बात यह है, कि आप टोल प्लाजा पर जितना कम समय बिताते हैं, वहां आप कम से कम ईंधन बर्बाद करते हैं, और इससे प्रदूषण भी कम होता है।

Paytm Payment Bank ltd. के एमडी और सीईओ सतीश गुप्ता ने कहा, "हमारे उपयोगकर्ताओं और टोल ऑपरेटरों दोनों को एक सहज और परेशानी मुक्त फास्टैग सेवा की पेशकश करके भारत में डिजिटल टोल भुगतान को अपनाने का नेतृत्व करना मुश्किल काम है।" "हमारा लक्ष्य अपनी भुगतान तकनीक के साथ देश भर में डिजिटल राजमार्गों के निर्माण की सरकार की पहल को जारी रखना है।"


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