Okinawa ने लॉकडाउन छूट के पहले महीने के भीतर बेचे 1000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटर्स
Okinawa ने एक महीने के भीतर 1000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचने की घोषणा की है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Okinawa ने एक महीने के भीतर 1000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचने की घोषणा की है, क्योंकि सरकार द्वारा आर्थिक गतिविधियों के नियमों को ढील देने के बाद ब्रांड ने फिर से कार्य करना शुरू कर दिया है। ब्रांड ने पूरे भारत में 350 से अधिक डीलरों में से कार्यरत 60-70% टच पॉइंट से इस बिक्री संख्या को हासिल किया। कंपनी ने 11 मई, 2020 को कोविड-19 की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए डीलरशिप का फिर से परिचालन 25 प्रतिशत कार्यबल और सख्त सुरक्षा उपायों के साथ आंशिक रूप से शुरू किया। सख्त लॉकडाउन के बाद के पहले महीने में ओकिनावा 1200 से अधिक वाहनों को पहले ही बेच चुका है।
कोविड-19 के फैलाव के बीच, कंपनी ने अपने डीलरशिप नेटवर्क को प्रचालन शुरु के बारे में सुरक्षा उपायों को बनाए रखने के लिए सलाह जारी किया था। ब्रांड अपने हितधारकों की सुरक्षा के लिहाज से सभी जरूरी सावधानियां बरत रहा है। सभी उत्पादों को विनिर्माण इकाई में असेंबली से भेजे जाने से पहले विसंक्रमित किया जाता है और डीलर सहयोगी डीलरशिप पर उत्पादों को प्राप्त करने के बाद विसंक्रमित करते हैं। कंपनी द्वारा जारी की गई सलाह के अनुसार ग्राहकों और डीलरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ओकिनावा के सभी डीलरशिप पर एक उचित थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है।
मौजूदा कठिन समय में जबकि सभी डीलरशिप पूरी तरह से कार्यरत नहीं हैं, ओकिनावा ने 1000 इलेक्ट्रिक वाहनों की खुदरा बिक्री के महत्वपूर्ण पड़ाव को हासिल किया है, जो उपयोगकर्ताओं के बीच ईवी की बढ़ती माँग को उजागर करता है। भारत में हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री में चार्ट में ओकिनावा वित्त वर्ष 2020 में सबसे ऊपर है और भारत में 10,000 का आँकड़ा पार करने वाली एकमात्र ईवी कंपनी है।
Okinawa के एमडी, जीतेंदर शर्मा ने कहा, "हमने इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए बाजार में अच्छी मांग देखी है। मौजूदा कोविड-19 के प्रकोप के दौरान सीमित डीलरशिप संचालन के बावजूद हमने 1000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री की है। इसने हमें वास्तव में प्रोत्साहित किया है, क्योंकि हम समझते हैं कि बाजार अपनी ताकत वापस पा रहा है। हमारा यह भी अनुमान है कि कोविड-19 के प्रकोप के कारण बहुत से लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचना चाहेंगे, जिससे निजी गतिशीलता के लिए नए वाहनों की मांग बढ़ सकती है। इलेक्ट्रिक वाहनों की आर्थिक व्यवहार्यता के बारे में बढ़ती जागरूकता के कारण हम खरीदारों के बीच ईवी के प्रति तीव्र झुकाव देख सकते हैं।"