Okinawa इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर हुआ बंपर प्राइज कट, 38 हज़ार रुपये तक मिल रहे सस्ते
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। खासकर टू-व्हीलर्स को सरकार की तरफ से तेजी से बढ़ावा मिल रहा है। जिसके चलते ओकिनावा ने फेम सेकेंड स्कीम के तहत प्रोत्साहन की बदौलत अपने स्कूटर्स की कीमतों में भारी कटौती की है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में लगातार इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के क्षेत्र में उन्नति हो रही है। वहीं भारत में तेजी से ऊभर रही इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओकिनावा ऑटोटेक ने अपने किफायती इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंज के साथ गुजरात राज्य में एक महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की योजना की घोषणा की है। यह गुजरात ऊर्जा विकास एजेंसी का भी सदस्य है, और राज्य में तेजी से ईवी अपनाने के लिए योगदान देने में सहायता कर रहा है। कंपनी चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने डीलरशिप नेटवर्क को 50% तक बढ़ाने की योजना बना रही है।
कंपनी के पास गुजरात में 5,000 से अधिक ग्राहक हैं, और 2022 तक संख्या को तीन गुना करने का लक्ष्य है। मौजूदा वक्त में कंपनी 3 स्कूटर बेच रही है - Okinawa Ridege+, Okinawa Praise Pro और Okinawa iPraise+। ये स्कूटर एंटी-थेफ्ट सेंसर, साइड-स्टैंड सेंसर, कीलेस एंट्री और एंड यूजर्स के लिए बेहतर सुरक्षा के लिए "फाइंड माई स्कूटर" लोकेशन ट्रैकर जैसे स्मार्ट फीचर्स के साथ आते हैं।
FAME II प्रोत्साहन और इलेक्ट्रिक वाहनों पर गुजरात सरकार के प्रोत्साहन की बदौलत कंपनी ने अपनी पूरी इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंज की कीमतों में भारी कमी की है। जिसके बाद Okinawa Praise Pro की कीमत अब 84,795 से घटकर 57,848 रुपये हो गई है, जबकि Okinawa Ridege+ की कीमत 44,391 रुपये हो गई है जो पहले 69,000 रुपये थी यानी इस पर पूरे 24,609 रुपये की गिरावट हुई है। हाई-एंड Okinawa iPraise+ अब 79,708 रुपये में उपलब्ध है, जो पहले 1,17,600 रुपये की मूल कीमत पर बिक रहा था। इस पर पूरे 37,892 घट गए हैं। जानकारी के लिए बता दें नई कीमतें 1 जुलाई, 2021 से प्रभावी हो गई हैं।
इस पर टिप्पणी करते हुए ओकिनावा ऑटोटेक के एमडी और संस्थापक श्री जीतेंद्र शर्मा ने कहा, “राज्य सरकार ने एक असाधारण कदम उठाया है जो पिरामिड के नीचे से अधिक खरीदारों को इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के साथ सवारी करने और समृद्ध होने की अनुमति देगा। राज्य को अगले चार वर्षों में सड़क पर 2 लाख इलेक्ट्रिक वाहन रखने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करना हमारा कर्तव्य है। इस लक्ष्य को हासिल करने में सरकार की मदद करने के लिए हम इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और पैठ भी बढ़ा रहे हैं।