फॉक्सवैगन की लाखों कारें फैला रहीं प्रदूषण एनजीटी ने मांगा जवाब
नेशनल ग्रीन टिब्यूनल (एनजीटी) ने प्रदूषण फैला रही सभी 3.23 कारें अभी तक रिकॉल नहीं करने को लेकर जर्मनी की ऑटो कंपनी फॉक्सवैगन से जवाब मांगा है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। नेशनल ग्रीन टिब्यूनल (एनजीटी) ने प्रदूषण फैला रही सभी 3.23 कारें अभी तक रिकॉल नहीं करने को लेकर जर्मनी की ऑटो कंपनी फॉक्सवैगन से जवाब मांगा है। टिब्यूनल के चेयरमैन आदर्श कुमार गोयल और जस्टिस आरएस राठौड़ की खंडपीठ ने फॉक्सवैगन से इसका कारण बताने को कहा है कि अपने ही हलफनामे पर खरा नहीं उतरने के लिए कंपनी पर दंडात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जाए।
टिब्यूनल ने पाया कि फॉक्सवैगन ने प्रदूषण फैला रहे वाहनों में से केवल 64 फीसद वाहन रिकॉल किए हैं, जबकि शेष 36 फीसद वाहन अभी भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। खंडपीठ ने वाहन निर्माताओं को निर्देश दिया कि वे अन्य देशों में उनके खिलाफ हुई कार्रवाई और उस पर अमल की नवीनतम रिपोर्ट पेश करें।
खंडपीठ ने कंपनियों को यह भी बताने को कहा गया कि प्रदूषण फैला रहे सभी वाहन रिकॉल नहीं करने के खिलाफ उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। इससे पहले पुणो-स्थित ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आइआरएआइ) ने फॉक्सवैगन के बीएस-4 मानकों पर खरा उतरने वाले 11 डीजल वाहनों का प्रदूषण परीक्षण किया था।
फॉक्सवैगन इंडिया ने दिसंबर 2015 में उत्सर्जन सॉफ्टवेयर संबंधी चीजें दुरुस्त करने के लिए भारत में 3,23,700 कारें वापस मंगवा लेने की घोषणा की थी क्योंकि कुछ मॉडलों पर एआईएआई के परीक्षण मे पाया गया कि उनकी कारें बीएस IV नियमों से 1.1 - 2.6 गुणा अधिक धुंआ फेंकती हैं।