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कार में फ्रंट सीट पैसेंजर्स के लिए जरूरी होगा एयरबैग, सड़क परिवहन मंत्रालय ने रखा प्रस्ताव

इस प्रस्ताव को भारत की नई कारों में लागू करने के लिए कारों के 1 अप्रैल 2021 और मौजूदा मॉडल्स में लागू करने के लिए 1 जून 2021 की समय सीमा निर्धारित की गई है। नियम लागू होने के बाद आपकी कार पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगी।

By Vineet SinghEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 01:01 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 07:25 AM (IST)
कार में  फ्रंट सीट पैसेंजर्स के लिए जरूरी होगा एयरबैग, सड़क परिवहन मंत्रालय ने रखा प्रस्ताव
फ्रंट सीट्स के लिए जरूरी होगा एयरबैग (फोटो आभार: पिक्साबे)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मिनिस्ट्री ऑफ़ रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवेज की तरफ से कारों की फ्रंट पैसेंजर सीट्स पर भी एयरबैग्स को अनिवार्य करने का प्रस्ताव दिया गया है, जिससे कार में ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठने वाले पैसेंजर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। आपको बता दें कि इस नियम के लागू होने के बाद ड्राइवर सीट्स के साथ ही ड्राइवर के बगल वाली सीट्स के लिए भी एयरबैग्स अनिवार्य हो जाएंगे। मौजूदा समय में कारों के लिए ड्राइवर एयरबैग अनिवार्य है लेकिन को-ड्राइवर सीट के लिए इसकी कोई अनिवार्यता नहीं है और इसी वजह से ये नया नियम लाया जा रहा है।

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पिछले कुछ सालों से भारत सरकार कारों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रहे है, नतीजतन अब पहले के मुकाबले किसी कार में स्टैंडर्ड रूप से कहीं ज्यादा सेफ्टी फीचर्स दिए जाते हैं जो कार चलाने वाले ड्राइवर के साथ ही पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए बेहद ही अहम हैं, इसीलिए सरकार इनपर जोर दे रही है और सख्ती से इन नियमों का पालन करवाया जा रहा है। ऑटो कंपनियां सरकार के दिशा निर्देश को देखते हुए कारों में इन फीचर्स को जोड़ रही हैं।

इस प्रस्ताव को भारत की नई कारों में लागू करने के लिए कारों के 1 अप्रैल 2021 और मौजूदा मॉडल्स में लागू करने के लिए 1 जून 2021 की समय सीमा निर्धारित की गई है। इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिस मिनिस्ट्री ऑफ़ रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवेज की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है।  

आपको बता दें कि कार के लिए कई अन्य फीचर्स को भी अनिवार्य किया गया है जिसमें सीटबेल्ट रिमाइंडर, स्पीड अलर्ट सिस्टम भी शामिल हैं जो आपको किसी भी हादसे से सुरक्षित रखने का काम करते हैं। इसके अलावा अब कारों में एबीएस को भी शामिल किया जा रहा है जो सेंसर की मदद से काम करता है। ये सिस्टम कार को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाता है और तेज ब्रेक लगने की स्थिति में कार को डिसबैलेंस नहीं होने देता है।

भारत सरकार सड़क हादसों के दौरान होने वाली मृत्यु के आंकड़ों में कमी लाने और ड्राइवर और पैसेंजर्स को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा प्रदान करने के लिए कारों में सेफ्टी फीचर्स बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है और कार मेकर्स को दिशानिर्देश दे रही है।  


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