Coronavirus लॉकडाउन के दौरान समाज की ऐसे मदद कर रही Maruti Suzuki
Maruti Suzuki Coronavirus के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान समाज की ऐसे मदद कर रही है। (फोटो साभार Maruti Suzuki)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। COVID19 को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस लॉकडाउन को देखते हुए Maruti Suzuki India ने हरियाणा में अपने प्लांट के आसपास कर्मचारियों और समाज के लोगों की मदद के लिए कई कदम उठा रही है। स्थानीय सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार ये प्रयास COVID19 से लड़ने के लिए किए जा रहे हैं। कंपनी सरकार के अनुसार अपने संसाधनों का उपयोग समाज की बेहतरी के लिए कर रही है। मारुति सुजुकी गुरुग्राम और मानेसर प्लांट के नजदीकी गांवों में रहने वाले अस्थायी कर्मचारियों और ट्रेनियों के लिए साफ भोजन को अपनी इन हाउस कैंटीन में तैयार कर रही है।
रोजाना Maruti Suzuki दिन और रात के भोजन के तौर पर नजदीकी रहने वालों लोगों तक 5,400 से ज्यादा बने हुए खाने के पैकेट बांट रही है। कंपनी ने पिछले तीन हफ्तों में अब तक 1 लाख 20 हजार से ज्यादा खाने के पैकेट बांटे हैं। कंपनी इसके अलावा Indian Red Cross Society के साथ रोजाना 500 किट सूखा राशन भी दे रही है। इन सूखे राशन किटों में आस-पास के गांवों के लिए चावल, गेहूं का आटा, खाने का तेल, चीनी और साबुन जैसी चीजों को रखकर बांटा जा रहा है। पिछले तीन हफ्तों में कंपनी ने करीब 10 हजार ऐसे पैकेट बांटे गए हैं।
कंपनी इन गांवों में साफ और स्वच्छ वातावरण को बरकरार रखने के लिए कूड़ा एकत्रित कर रही और सैनिटाइजेशन के लिए भी काम कर रही है। इंन सभी 16 गांवों के आसपास मारुति सुजुकी के 17 वाटर एटीएम में ताजा और स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध है। इन वाटर एटीएम में सभी लोग सिर्फ 35 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से पानी ले सकते हैं और उस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरी तरह अनुपालन किया जा रहा है।
Maruti Suzuki India (मानव संसाधन, आईटी और सुरक्षा) के एग्जीक्युटिव बोर्ड मेंबर राजेश उप्पल ने कहा कि ''हम भारत सरकार की गाइडलाइंस के साथ मिलकर कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में सेफ्टी और लोगों के भले के लिए काम कर रहे हैं। इसमें हमारे कर्मचारी और हमारे निर्माण प्लांट यूनिट के आसपास के लोगों की मदद की जा रही है। सभी रेगुलर और आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ विभिन्न तरीके से नियमित रूप से बात की जा रही है। लॉकडाउन के दौरान हम कर्मचारियों को जोड़े रखने और प्रेरित करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ रहे हैं।''