मारुति ने स्टार्टअप कंपनियों के साथ जुड़ने के लिए शुरू किया 'Mail कार्यक्रम का पांचवां दौर, जानें क्या हैं इसके फायदे
बताते चलें मारुति के मेल कार्यक्रम को स्टार्टअप कंपनियों को सहयोग करने की दिशा में लॉन्च किया गया था। जिसे पूरे दो साल का समय हो चुका है। कंपनी अभी तक इसके तहत पिछले चार चरण में 18 स्टार्टअप के साथ गठजोड़ कर चुकी है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Maruti Suzuki Mail : देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को अपने 'मोबिलिटी एंड ऑटोमोबाइल इनोवेशन लैब' (मेल) पहल के पांचवें चरण की घोषणा की है। बता दें, इस कार्यक्रम के तहत कंपनी मोबिलिटी और ऑटो सेक्टर में अपनी शुरुआत देख रही स्टार्टअप्स कंपनियों को आमंत्रित करती है। जिसके चार चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है।
अब तक 18 स्टार्टअप कंपनियों से किया गठजोड़: वहीं इस विषय पर टिप्पणी करते हुए MSI के प्रबंध निदेशक और सीईओ केनिची अयुकावा ने कहा कि, " कि अगले कदम के रूप में हम पांचवे दौर में ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए हम इनोवेटिव विचारों वाली स्टार्टअप के साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं। कोरोना महामारी की स्थिति को देखते बदलाव की उम्मीद के साथ स्टार्टअप शुरू करने वाले उद्यमी हमारी पांचवें दौर के लिए आवेदन कर सकते हैं।’’ मारुति सुजुकी इंडिया ने एक बयान में कहा कि "कि कंपनी अभी तक इसके तहत पिछले चार चरण में 18 स्टार्टअप के साथ गठजोड़ करती है।"
क्या है MAIL: बताते चलें मारुति के मेल कार्यक्रम को स्टार्टअप कंपनियों को सहयोग करने की दिशा में लॉन्च किया गया था। जिसे पूरे दो साल का समय हो चुका है। इस कार्यक्रम को सबसे पहले जनवरी 2019 में लॉन्च किया गया था। यह उन तकनीक और समाधान पर काम करने का अवसर प्रदान करता है जिसे वास्तविक रूप से व्यापार के उदृश्यों में लागू किया जा सकता है।
MAIL से स्टार्टअप को फायदा: कंपनी द्वारा अपने कार्यक्रम में चुनी गई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्टार्ट-अप को मार्केटिंग और सेल्स, इंजीनियरिंग, सर्विस, प्रोडक्शन, लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग, स्पेयर जैसे फंक्शंस में किसी भी लाइव केस के लिए इंडस्ट्री रेडी सॉल्यूशंस विकसित करने के लिए कंपनी के साथ प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (पीओसी) लेने का मौका मिलता है।
मारुति सुजुकी ने इसके लिए एक इंडो जापानी कंपनी जीएचवी एक्सलेरेटर के साथ भागीदारी की है, जो इनोवेटिव और ग्राहक-आरिएंटिड समाधानों के साथ शुरुआती चरण में मौजूद स्टार्टअप कंपनियों की पहचान करने और उन्हें संबोधित करने का कार्य करती है।