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एलएमएल ने Saera Electric Auto से मिलाया हाथ, 18 हजार यूनिट प्रतिमाह ईवी निर्माण का लक्ष्य

कंपनी एक ऐसा ब्रांड बनाना चाहती हैं जो 100 प्रतिशत स्वदेशी हो लेकिन अगर फीचर्स का सवाल हो तो उसमें वर्ड क्लास की सुविधा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसलिए इस साझेदारी से कंपनी अपने आने वाले परियोजनाओं को मजबूत दृष्टिकोण से देखती है।

By Atul YadavEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 01:07 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 07:13 AM (IST)
एलएमएल ने Saera Electric Auto से मिलाया हाथ, 18 हजार यूनिट प्रतिमाह ईवी निर्माण का लक्ष्य
एलएमएल ने Saera Electric Auto से मिलाया हाथ, 18 हजार यूनिट प्रतिमाह ईवी निर्माण का लक्ष्य

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। एलएमएल इलेक्ट्रिक ने भारत में हार्ले डेविडसन की पूर्व मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर Saera Electric Auto के साथ अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के उत्पादन के लिए रणनीतिक साझेदारी की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि साझेदारी के तहत, हरियाणा के बावल में स्थित सायरा की सुविधा आगामी एलएमएल इलेक्ट्रिक वाहनों की एक पूरी श्रृंखला का उत्पादन करेगी। कंपनी के अनुसार 2,17,800 वर्ग फुट में फैले प्लांट की क्षमता 18,000 यूनिट प्रति माह है।

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कंपनी ने ईवी से की वापसी

एलएमएल ने पिछले साल सितंबर में ईवी ब्रांड के रूप में वापसी की अपनी योजना का खुलासा किया था। उस समय कंपनी ने बताया था कि वह इलेक्ट्रिक बाजार में प्रवेश करने के लिए बेस तैयार कर रही है। वहीं अब, एलएमएल ने सबसे बड़े दोपहिया वाहन निर्माताओं में से एक, Saera Electric Auto के साथ एक रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश करके अपनी योजनाओं में प्रगति की है। इस गठबंधन के तहत, सायरा हरियाणा में अपने बावल प्लांट में एलएमएल इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का निर्माण करेगी। जानकारी के लिए बता दें, Saera पहले इसी प्लांट में Harley-Davidson के लिए बाइक्स बनाती थी।

कंपनी का बयान

इस साझेदारी को लेकर एलएमएल इलेक्ट्रिक के सीईओ योगेश भाटिया ने कहा, सायरा कंपनी की पहली पसंद थी, क्योंकि यह दुनिया के कुछ प्रमुख ऑटो ब्रांडों के साथ अद्वितीय विशेषज्ञता और प्रतिष्ठा रखती है।

हमें विश्वास है कि यह साझेदारी देश को वैश्विक विनिर्माण मानकों के बराबर लाने के लिए भारत में ईवी निर्माण के भविष्य को फिर से परिभाषित करने और फिर से परिभाषित करने के हमारे दृष्टिकोण में एक बड़ा कदम होगा।

गाड़ी स्वदेशी पर सुविधा वर्ड क्लास

कंपनी का कहना है कि उनका प्रयास है कि वह एक ऐसा ब्रांड बनाना चाहते हैं, जो 100 प्रतिशत स्वदेशी हो, लेकिन अगर फीचर्स का सवाल हो तो, उसमें वर्ड क्लास की सुविधा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसलिए इस साझेदारी से कंपनी अपने आने वाले परियोजनाओं को मजबूत दृष्टिकोण से देखती है।

एक समय कंपनी का निकला था दिवालिया

1990 के दशक में एलएमएल दोपहियो ब्रांडों में एक बड़ा नाम हुआ करता था, लेकिन एक समय ऐसा आया जब कंपनी का बुरा वक्त आया और उसका दिवालिया निकल गया। हालांकि, एलएमएल लिमिटेड को मार्च 2018 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी), इलाहाबाद बेंच द्वारा परिसमापन के लिए आदेश दिया गया था। अब यह इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ एक नए अवतार में वापसी की मांग कर रहा है।


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