क्यो Soul हो सकती है Kia की भारत में पहली इलेक्ट्रिक कार, जानें जागरण की यह खास रिपोर्ट
Kia को सेल्टोस और सॉनेट के बाद एक ऐसी गाड़ी की जरूरत है जो बीच का गैप भर सके और लाइनअप को भी आगे बढ़ाये। इस वक़्त भारत एक बहुत बड़े बदलाव के कगार पर है और सरकार भी इसे लेकर काफी गंभीर है....
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Kia Soul India Launch Report: किआ मोटर्स पूरी दुनिया में अपनी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों के लिए जानी जाती है यूरोपियन और अमेरिकन मार्केट में Kia अकेली ऐसी कंपनी है जो कि अपनी गाड़ियों पर लाइफटाइम या फिर 7 साल तक की वारंटी देती है। किआ के विदेशी पोर्टफोलियो पर नजर डालें तो कंपनी के पास कई सारी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारे मौजूद हैं इलेक्ट्रिक कारों की बात करें तो Kia कि Kia e-Niro , Soul EV , Kia EV6 ग्राहकों में बहुत ज्यादा पसंद की जाती है और इन गाड़ियों पर विदेशों में 7 साल तक की वारंटी भी मिलती है।
इसी तरह किआ के पास एक लंबा चौड़ा हाइब्रिड गाड़ियों का भी नेटवर्क है जिसमें Niro Plug-In Hybrid, he New Stonic Mild-Hybrid, Ceed Sportswagon Plug-In Hybrid, RIO और Sorentro है। इन गाड़ियों की डिज़ाइन और इंजन ऑप्शन पर ध्यान दें तो भारतीय मार्केट के हिसाब से इस वक़्त दो गाड़िया फिट बैठती है, Soul EV और Stonic. क्योकि सेल्टोस और सॉनेट के बाद एक ऐसी गाड़ी की जरूरत है, जो बीच का गैप को भर सके और लाइनअप को भी आगे बढ़ाये। इस वक़्त भारत एक बहुत बड़े बदलाव के कगार पर है और सरकार भी इसे लेकर काफी गंभीर है ऐसे में एक इलेक्ट्रिक गाड़ी इस वक़्त शायद सबसे जरूरी है और इस लिहाज़ से SOUL EV एक सही कार लगती है।
आपको बताते हैं पांच कारण जो किआ सोल को एक अच्छी भारतीय इलेक्ट्रिक कार बनाते हैं।
डिज़ाइन: किआ सोल एक टॉलबॉय डिज़ाइन के साथ अपने लाइनअप रेंज के अन्य प्रोडक्ट से काफी अलग है। इसकी प्रमुख विशेषताओं में एलईडी डीआरएल के साथ स्लीक फुल-एलईडी हेडलैंप, एक बड़ा फ्रंट ग्रिल, ट्रेपोजॉइडल फॉग लैंप केसिंग और स्पोर्टी 18-इंच अलॉय व्हील शामिल हैं। वहीं रियर में कार में बूमरैंग के आकार की एलईडी टेल लाइट्स और क्रोम से लैस सेंटर में दोहरे एग्जॉस्ट मिलते हैं।
लॉन्ग रेंज इलेक्ट्रिक कार: किआ सोल के कैबिन में हायर ट्रिम्स में 10.25 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है, जो Apple CarPlay और Android Auto को सपोर्ट करता है। इसकी अन्य प्रमुख विशेषताओं में यूएसबी पोर्ट, वायरलेस फोन चार्जर, सनरूफ, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल, हेड-अप-डिस्प्ले (एचयूडी), ऑटो एसी, मूड लाइटिंग, पावर एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, हीटेड फ्रंट सीट, लेदर रैप्ड स्टीयरिंग व्हील और गियरशिफ्ट नॉब शामिल हैं।
दुनिया भर में सफल: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में किआ सोल को 1.6 लीटर एमपीआई पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया जाता है जो 6,300 आरपीएम पर 123 पीएस की अधिकतम पॉवर और 4,850 आरपीएम पर 150 एनएम का अधिकतम टॉर्क पैदा करने में सक्षम है। इसे 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से जोड़ा गया है। इसके साथ ही इसमें 2.0 लीटर एमपीआई पेट्रोल इंजन भी दिया गया है।
किआ सोल ईवी की बात करें तो सेकेंड-जेन मॉडल 64 kWh बैटरी पैक का उपयोग करता है। जो पुराने 30 kWh यूनिट से एक बड़ा अपग्रेड था। यह इलेक्ट्रिक मोटर 201 एचपी की पावर 395 एनएम का टॉर्क जेनरेट करता है। किआ सोल 7.6 सेकेंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में सक्षम है। जो सिंगल चार्ज में 452 किमी तक देने में सक्षम है।
मार्केट में अच्छी इलेक्ट्रिक कार्स की कमी: भारतीय इलेक्ट्रिक कार बाजार में कुछ ही कंपनियां अपने वाहनों को पेश करती हैं। हालांकि अन्य देशों में ईवी सेगमेंट उभर कर सामने आया है। बावजूद इसके कंपनियों की भारत में कोशिश जारी है। फिलहाल देखना होगा कि किआ क्या इसी इलेक्ट्रिक कार के साथ भारत के ईवी सेगमेंट में कदम रखती है, या कंपनी की कुछ ओर योजना है।
अनंतपुर में इलेक्ट्रिक गाड़िया बनाने के व्यवस्था: हुंडई की क्रेटा पर आधारित Alcazar के बाद किआ भी अपनी लाइनअप में सेल्टोस पर आधारित नई कार को लांच कर सकती है। ध्यान दें, कि किआ ने मेक इन इंडिया SELTOS और SONET के साथ मार्केट में अपनी अलग जगह बना ली है, और ऐसे में अगर किआ भारत में एक ग्लोबल इलेक्ट्रिक कार बनाकर वाजीब दाम पर ग्राहकों तक पहुंचा सके तो भारतीय ग्राहकों और किआ मोटर्स दोनों के लिए फायदे का सौदा हो सकता है। वहीं कंपनी पहले ही आंध्र प्रदेश की अनंतपुर सुविधा में अपनी ईवी उत्पादन की क्षमता पर मुहर लगा चुकी है।