देश को Petrol-Diesel की 'हाहाकार' से कैसे बचाएगी मोदी सरकार, सुनकर आप भी करेंगे तारीफ
Petrol-Diesel Price Hike से बचने के लिए Pm Narendra Modi की सरकार Electric Vehicle और Ethanol के इस्तेमाल को लगातार बढ़ावा दे रही है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Pm Narendra Modi और उनकी सरकार के लिए इन दिनों तेल की कीमतें सबसे बड़ी चुनौती बन गई हैं। दरअसल तेल खदानों पर हुए ड्रोन हमले के बाज सऊदी अरब ने तेल का उत्पादन घटा दिया है। इससे चीन, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में हड़कंप मच गया है। दरअसल भारत इराक और साऊदी अरब से कच्चे तेल का आयात करता है। जबकि, US के प्रतिबंध के बाद भारत ने ईरान से तेल लेना बंद कर दिया है।ऐसे में सवाल है कि क्या इस परेशानी से बचने को कोई दूसरा रास्ता नहीं है? इसका जवाब है इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicle) और Ethanol. आज जानेंगे कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार Petrol-Diesel की चुनौतियों के लिए क्या कर रही है?
इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा
- Electric Vehicle पर घटा GST: केंद्र सरकार लगातार भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। कुछ महीनों पहले ही GST Council ने इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रिक चार्जर पर GST की दरों को 12% से घटा कर 5% कर दिया है। इससे भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle) की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
- सरकार का लक्ष्य: दरअसल नीति आयोग का लक्ष्य साल 2023 तक सभी तीन-पहिया वाहन को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलना है। वहीं, 2025 तक 150सीसी से कम वाली बाइक या स्कूटर को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलना है। हालांकि, कई मौकों पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से कहा गया है कि वो नीति आयोग के इस फैसले को लागू नहीं कर रहे।
- क्या मिलेगी मदद: इलेक्ट्रिक व्हीकल से Zero Emission होता है। इनसे न तो कोई धुंआ निकलता है और नहीं ये आवाज करते हैं। यानी इलेक्ट्रिक वाहनों से पर्यावरण को किसी भी तरह का कोई भी नुकसान नहीं होता है। इसके इस्तेमाल से पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता खत्म होगी।
Ethanol के इस्तेमाल को बढ़ावा
- Ethanol से चलने वाली पहली बाइक- हाल ही में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने TVS Apache RTR 200 4V FI Ethanol बाइक को लॉन्च किया था। यह बाइक पेट्रोल से नहीं बल्कि Ethanol से चलती है, जो गन्ने से बनता है।
- Petrol से सस्ता है Ethanol: Ethanol करीब 50 से 55 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। हालांकि, ये पेट्रोल के मुकाबले आपको कम माइलेज देगा, लेकिन फिर भी आपको अच्छी-खासी बचत होगी।
- गल्फ देशों के बंधन से भारत होगा आजाद
- बता दें कि भारत हर साल करीब 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का क्रूड ऑयल इंपोर्ट करता है, जिसका पैसा बड़ी कंपनियों और गल्फ देशों के खाते में जाता है। ऐसे में Ethanol और इलेक्ट्रिक व्हीकल के इस्तेमाल से भारत का काफी पैसा बचेगा।