एक सप्ताह बाद FASTag के बिना नहीं होगी टोल प्लाजा पर पेमेंट, जानें कैसे खरीदें यह स्टीकर
FASTag एक ऐसा स्टीकर है जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका दिया जाता है और किसी भी नकद लेनदेन के लिए वाहन को रोकने की आवश्यकता नहीं होती। यह टोल प्लाजा पर भुगतान करने के लिए RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक का उपयोग करता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। FASTag Deadline Update: भारत में फैस्टैग को सभी वाहनों पर अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं लोगों को राहत देने के लिए इसकी तिथि को भी कई बार आगे बढ़ाया गया। जिस पर अब सरकार ने अपनी मंशा साफ करते हुए बताया कि अब फैस्टैग लगवाने की तारीख को नहीं बढ़ाया जाएगा। यानी 15 फरवरी तक सभी वाहनों पर इस स्टीकर का होना अनिवार्य है। बताते चलें कि दिसंबर में घोषणा की गई थी कि FASTag को लागू करने की नई समय सीमा 15 फरवरी 2021 है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि टोल बूथ 1 जनवरी 2021 से नकद भुगतान या अन्य किसी तरीके से टोल को स्वीकार नहीं करेंगे। हालांकि इस समय सीमा को बाद में 15 फरवरी कर दिया गया था। NHAI के अनुसार टोल भुगतानों में FASTag की वर्तमान हिस्सेदारी लगभग 75 से 80% है। जिसका अर्थ है कि प्रत्येक 100 वाहनों में लगभग 80 वाहन FASTag का उपयोग कर टोल गेटों पर भुगतान कर रहे हैं।
हालांकि मंत्रालय ने कहा है कि NHAI 15 फरवरी से बूथों पर 100% कैशलेस टोल लेने का प्रयास कर रहा है। इस दिशा में कदम आगे बढ़ाने में बार-बार देरी हो रही है, लेकिन अब इसमें देरी के कोई संकेत नहीं है। नितिन गडकरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत में फैस्टैग का लेन देन दिसंबर 2020 में 73.36% पर पहुंच गया है।
FASTag एक ऐसा स्टीकर है, जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका दिया जाता है, और किसी भी नकद लेनदेन के लिए वाहन को रोकने की आवश्यकता नहीं होती। यह टोल प्लाजा पर भुगतान करने के लिए RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक का उपयोग करता है। जिसमें टोल राशि को FASTag से जुड़े खाते से सीधे काटा जाता है।
FASTag को आप अपने पहचान पत्र के साथ वाहन पंजीकरण दस्तावेजों को लेकर भारत के कुछ टोल प्लाजा पर खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप इसे Amazon.in पर एक खरीद सकते हैं, या कुछ बैंकों से भी संपर्क कर सकते हैं। वर्तमान में FASTags को उपलब्ध कराने वाले बैंकों में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक के साथ-साथ पेटीएम पेमेंट्स बैंक भी शामिल हैं।