F1 Car में 2019 में हुए ये 5 टेक्निकल बदलाव, जो बने ट्रैंड
F1 Car दुनिया की सबसे ज्यादा फेमस कार रेस में इस्तेमाल की जाने वाली कारें होती हैं और हम आपको 2019 में हुए इनके 5 बड़े बदलावों के बारे में बता रहे हैं।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। आज हम आपको F1 Car से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्होंने 2019 में एक नया ट्रेंड तैयार किया। एक एफ1 कार में टेक्नीकल फैशन और नियम के साथ कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो कि उसके अलग और पहचानने लायक बनाती हैं। 2019 की एयरो रेगुलेशन ने 2018 के मुकाबले इस साल की जेनरेशन से सबसे अधिक साफ तौर पर बदलाव किए हैं। इसमें हायर और वाइडर रियर विंग, सिम्लिफाइड फ्रंट विंग, लोअर बार्ज बोर्ड आदि जैसी चीजें नई देखने को मिली, लेकिन इसके अलावा भी काफी कुछ था जो बदला हुआ और अलग देखने को मिला। आज हम आपको 5 ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जो कि F1 कारों बदली हुई नजर आईं।
1. Sidepod shape
2019 की टिपिकल साइडपोड 2 साल पहले के मुकाबले में काफी अलग दिखती थी। Red Bull ने इस ट्रेंड की शुरुआत की जो 2019 में लगभग यूनिवर्सल हो गई, रियर में 'coke bottle ’ सेक्शन के पास है। इसके जरिए अंडरकट में एयर प्रेशर को बदलता है और एयरफ्लो को तेज करता है। इसके रियर में जाने से रेडिएटर और अन्य कूलिंग सिस्टम के लिए साइडपोड के फ्रंट को ज्यादा कूल करने में मदद मिलती है।
2. आउटबोर्ड बनाम इनबोर्ड लोडेड फ्रंट विंग्स (Outboard vs inboard loaded front wings)
इस साल सिम्लिफाइड 2019 फ्रंट विंग नियमों के 2 मैन सॉल्यूशन उभर कर आए। सामने के पहियों के चारों ओर डायरेक्टिड टरबूलेंट एयर फ्लो कार की पूरी लंबाई के नीचे बॉडी के बाहर रहता है। अगर यह बॉडी के साइड की ओर से जाता है तो यह स्लो हो जाता है। यह फ्रंट में टायर के चारों ओर प्लो को प्रेरित करता है वह उसे पाने के लिए शुरुआत का प्वाइंट है।
3. बूमरैंग वेन्स (Boomerang vanes)
इसको अपने साइज की वजह से बुमेरांग के नाम से जाना जाता है। इसका यूज पहली बार 2017 में मर्सिडीज द्वारा किया गया था, लेकिन शायद 2019 नियमों के तहत यह ज्यादा पावरफुल बन गया, जिसने barge बोर्ड की ऊंचाई को कम कर दिया। बूमरैंग वेन लोकललाइज्ड लिफ्ट (डाउनफोर्स का उल्टात) बनाता है जो काउंटर-प्रोडक्टिव लगता है।
4. आर्टिकूलेटिड सस्पेंशन पुशड्र्स (Articulated suspension pushrods)
Ferrari ने 2017 में इस इनोवेशन के साथ पहली बार शुरुआत की थी। यह 2019 में लगभग फैमस हो गया। फ्रंट सस्पेंशन के पुशबोर्ड के आउटबोर्ड लास्ट की ओर फ्रंट सस्पेंशन एक तय स्टीयरिंग लॉक थ्रेशोल्ड के साथ लोड पथ को बदल देता है। इसका मतलब है कि हाई लॉक पर पुलीरोड नीचे की ओर झुक जाता है, जिससे कार की पूरी नोज नीचे आ जाती है।
5. Blown wheels
Blown फ्रंट एक्सल्स को 2019 के नियमों में बैन कर दिया गया था। पहले टीमें एक होल एक्सल के जरिए एयरफ्लो का डायरेक्शन करती थी, जिससे फ्रंट के व्हील के आस-पास आने वाले फ्लो के साथ मिलने के लिए एयरफ्लो का एक हाई प्रेशर जेट निकलता है, जिससे जरूर आउटवॉश की पावर बढ़ती है। Red Bull, Renault और Ferrari सभी ने व्हील के अंदर कट-आउट के साथ पहियों के जरिए प्लो को बदलने के लिए ऐसा किया था।
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