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मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिक हाइवे? कहां तक पहुंचा काम, जानें ईवी यूजर्स को क्या मिलेगा फायदा

इलेक्ट्रिक हाइवे पूरी तरह से ईको फ्रेंडली साबित होगा क्योंकि इलेक्ट्रिक गाड़ियां डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होती हैं। नीचे कुछ एडवांस सुविधा के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस हाइवे पर मिलेगी।

By Atul YadavEdited By: Published: Mon, 12 Sep 2022 01:48 PM (IST)Updated: Mon, 12 Sep 2022 01:48 PM (IST)
मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिक हाइवे? कहां तक पहुंचा काम, जानें ईवी यूजर्स को क्या मिलेगा फायदा
मार्च तक पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिक हाइवे ?

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। भारत में दुनिया का सबसा लंबा इलेक्ट्रिक हाइवे मार्च 2023 तक बन कर तैयार हो जाएगा। इस इस हाइवे पर ईवी यूजर्स को ऐसी कई एडवांस सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनकी ट्रिप में चार चांद लग जाएगा। इज ऑफ डूइंग बिजनेस के प्रोग्राम डॉयरेक्टर अभिजीत सिंहा ने नेशनल हाइवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल के अंतर्गत इलेक्ट्रिक हाइवे का ट्रायल रन शुरू कर दिया है।

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मार्च तक पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिक हाइवे ?

अभिजीत सिंहा ने जागरण को बताया कि हमने फेज-2 का ट्रायल शुरू कर दिया है, जिसका परिणाम अभी हमें काफी बेहतरीन मिल रहा है। नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल द्वारा किए जा रहे इस अंतिम ट्रायल को 1 महीने में खत्म कर ट्रांसपोर्ट और हाईवे मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। मार्च 2023 तक दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक हाइवे भारत में बनकर तैयार हो जाएगी, जो कई एडवांस टेक्नालॉजी से लैस होगी।

कहां तक पहुंचा काम?

NHEV ने 9 सितंबर से दिल्ली से जयपुर ई-हाइवे के लिए दूसरे और अंतिम फ़ेस के ट्रायल रन को शुरू किया है, जिसमें 278 km पर इलेक्ट्रिक बस और कार को महीने भर के लिए लगे चार्जर और तकनीक के साथ ट्रायल किया जाएगा। नेशनल हाइवे फ़ॉर इलेक्ट्रिकल व्हीकल (NHEV) पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 500 km के देश के पहले अंतर-राज्यीय (interstate) इलेक्ट्रिक हाइवे का 210 km का पहला चरण दिल्ली से आगरा तक 2020-2021 में पूरा किया गया था जिसके ट्रायल रन की शुरुआत भी दिल्ली के इंडिया गेट से हुई थी।

500 km का ये इलेक्ट्रिक हाइवे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, और राजस्थान से गुजरेगा जिसके लिए 20 चार्जिंग स्टेशन और 10 इंफ़्रा डीपो बनाये जाने है, इस ट्रायल में जहाँ इनके लिए प्रस्तावित स्थानो पर सहमति के लिए वाहनों की रेंज और तकनीकी आकड़ों का इस्तेमाल होगा। वहीं 30 दिनों तक चलने वाले इस ट्रायल से रोड की वास्तविक स्थिति में EV का प्रदर्शन, जाम और बारिश जैसी विकट परिस्थितियों में समय और रेंज को सुनिश्चित कर के महीने भर में अधिकतम रिले ट्रिप की संख्या भी निकाली जाएगी।

ईवी यूजर्स को क्या मिलेगा फायदा?

इलेक्ट्रिक हाइवे बन जाने से ईवी यूजर्स की बल्ले-बल्ले हो जाएगी। क्योंकि, इस समय ईवी यूजर्स लॉन्ग ट्रिप के लिए व्हीकल ले जाने से पहले 10 बार सोचते हैं। इलेक्ट्रिक हाइवे बन जाने के बाद उन यूजर्स को हर वो सुविधा मिलेगी, जिसकी उन्हें जरूरत है। इलेक्ट्रिक हाइवे पूरी तरह से ईको फ्रेंडली साबित होगा, क्योंकि इलेक्ट्रिक गाड़ियां डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होती हैं। नीचे कुछ एडवांस सुविधा के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस हाइवे पर मिलेगी।

  • -इमरजेंसी ब्रेक डाउन में 30 मिनट के भीतर मिलेगा बैकअप
  • -जियो फेंसिंग सुविधा
  • -चार्जिंग प्वाइंट्स
  • - सस्ते में ईवी बस का सफर -- सस्ते में रेंटल ईवी कार का सफर- गैर-ईवी मालिक भी ले सकते हैं इस हाइवे का आनंद

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