Move to Jagran APP

हेलमेट नहीं पहना तो सस्पेंड होगा ड्राइविंग लाइसेंस, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस राज्य ने लिया फैसला, जानें क्या है पूरा मामला

दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब 3 से 4 महीने का इंतजार करना पड़ रहा है। अगर आप लाइसेंस की प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन अप्लाई भी करते हैं तो भी अधिकतर आरटीओ (RTO) में दिसंबर तक की कोई तारीख नहीं दी जा रही है।

By BhavanaEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 10:09 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 07:59 AM (IST)
हेलमेट नहीं पहना तो सस्पेंड होगा ड्राइविंग लाइसेंस, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस राज्य ने लिया फैसला, जानें क्या है पूरा मामला
ड्राइविंग को दर्शाती प्रतिकात्मक तस्वीर (फोटो साभार: जागरण)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Driving License Rule: भारत में हेलमेट को लेकर सरकार लंबे समय से सक्रिय है, जिसके चलते लोगों पर हेलमेट का इस्तेमाल ना करने पर भारी जुर्माने का प्रवाधान भी है। लेकिन दोपहिया वाहन मालिक आज भी हेलमेट को लेकर आनाकानी करते नजर आते हैं। जिसके चलते ओडिशा सरकार ने राज्य पुलिस और परिवहन आयुक्त से बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने वाले लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने का नियम सख्ती से लागू करने का आग्रह किया है।

loksabha election banner

जनवरी से अक्टूबर तक मांगी प्रत्येक जिले की रिपोर्ट: इस विषय को आगे बढ़ाते हुए परिवहन विभाग के सचिव एम एस पाढ़ी ने डीजीपी को और परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) को निलंबित करने के लिए कदम उठाये जानें चाहिए। इससे दुर्घटना को रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी। इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय की समिति के लिए जनवरी से अक्टूबर 2020 तक हेलमेट ना पहनने को लेकर सस्पेंड हुए लाइसेंस की सात दिनों के भीतर प्रत्येक जिले की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया।

दिल्ली-एनसीआर में लाइसेंस पर हालयहां ध्यान देने वाली बात यह है कि सख्त होते मोटर व्हीकल एक्ट के तहत दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में अब 3 से 4 महीने का इंतजार करना पड़ रहा है। अगर आप लाइसेंस की प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर भी देते हैं तो भी आपको तीन से चार महीने के बाद की तारीख दी जा रही है। वहीं अधिकतर आरटीओ में दिसंबर तक की कोई तारीख नहीं दी जा रही है। 

जानकारी के लिए बताते चलें कि 2019 में ओडिशा में कुल 11,064 सड़क दुर्घटनाओं में से 4,688 सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन शामिल थे। जबकि 2019 में राज्य में कुल 5,333 दुर्घटनाएं हुई हैं।, जिनमें से 2,398 दोपहिया वाहनों पर थीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.