Car Safety Features: ABS से लेकर TPMS तक, इन 4 बेहतरीन सेफ्टी फीचर्स के बगैर ना खरीदें नई कार
कुछ ऐसे फीचर्स हैं जो सिर्फ प्रीमियम कारों में ही दिए जाते हैं। ये फीचर्स ड्राइविंग के दौरान मुश्किल से मुश्किल स्थिति में सुरक्षा की गारंटी देते हैं। ये ड्राइविंग आसान बना देते है
नई दिल्ली: मार्केट में मौजूदा समय में इतनी भी कारें लॉन्च हुई है या लांच होने वाली है उन सभी में ऑटोमोबाइल कंपनियां बेहतरीन Safety Features जोड़ने की कोशिश कर रही है जिससे ड्राइवर के साथ ही पैसेंजर्स को भी सुरक्षित रखा जा सके।
बहुत सारे Car Safety Features है ऐसे जो हर कार में तकरीबन एक जैसे होते हैं लेकिन कुछ ऐसे फीचर्स हैं जो सिर्फ प्रीमियम कारों में ही दिए जाते हैं। ये फीचर्स ड्राइविंग के दौरान मुश्किल से मुश्किल स्थिति में सुरक्षा की गारंटी देते हैं और आपकी राइड को काफी आसान बना देते हैं। अगर आप भी इस फेस्टिव सीजन कोई नई कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम ऐसे ही सेफ्टी फीचर्स के बारे में आपको बताने वाले हैं जिन्हें कार खरीदने से पहले आपको जरूर चेक कर लेना चाहिए, ये फीचर्स आपको और आपकी फैमिली को कार में पूरी तरह से सुरक्षित रखेंगे।
एयरबैग: कार में एयर बैग होना बेहद ही जरूरी है क्योंकि एक्सीडेंट होते ही यह एक्टिव हो जाता है और ड्राइवर के साथ पैसेंजर्स सिर में चोट लगने से बचाता है। एक्सीडेंट होने पर एयरबैग पलक झपक ने से भी तेज रफ्तार से खुलता है और आघात चाहे जितना भी तेज हो यह ड्राइवर और पैसेंजर्स को सुरक्षित रखता है। भारत में जितने भी कार्य मौजूद हैं उन सब में एयर बैग स्टैंडर्ड फीचर के रूप में दिया जा रहा है।
एंटी लॉकिंग ब्रेकिंग सिस्टम : पहले जितनी भी कारें मार्केट में मौजूद थी उनमें से ज्यादातर में यह सिस्टम नहीं मौजूद था लेकिन अब जितनी भी कारें लांच हो रही है उन सभी में एबीएस जरूर दिया जाता है। एबीएस सिस्टम ऐसे सेंसर से लैस होता है जो आपकी कार की स्पीड, ब्रेक पर लगने वाला फोर्स जैसी चीजों को मॉनिटर करता रहता है। कई बार ऐसा होता है जब अचानक से कार पर ब्रेक लगाना होता है तो ऐसे में एबीएस एक्टिवेट हो जाता है और कार को तेज स्पीड में ब्रेक लगाने पर भी नियंत्रित रखता है। इसके साथ ही फिसलन भरी सड़कों और तीखे मोड़ों पर भी एबीएस आप को सुरक्षित रखता है।
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल: 2012 के बाद बनी सभी कारों में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल सिस्टम दिया जाता है, यह सिस्टम कार की स्लाइडिंग और स्किडिंग को रोकता है।रोकने के लिए सेंसर का उपयोग करता है। ये सेंसर व्हील स्पीड, साइडवेज़ मोशन और रोटेशन जैसी चीजों को मॉनिटर करता है और ड्राइवर अगर अनस्टेबल होकर कार चलाएं तो यह कार को पूरी तरह से स्टेबल रखता है। यह सिस्टम कार के टायर को मॉनिटर करके ड्राइवर को कार चलाने में सहूलियत देता है।
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम: आज भी ज्यादातर कारों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम ( TPMS ) नहीं दिया जाता है लेकिन जिन कारों में ये सिस्टम मौजूद है उन्हें चलाना काफी आसान हो जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम आपकी कार के हर टायर का एयर प्रेशर मॉनिटर करता है। कई बार ऐसा होता है जब आप तेज स्पीड में कार चला रहे होते हैं और अचानक से टायर पंक्चर हो जाए या फट जाए तो इससे आप एक्सीडेंट का शिकार हो सकते हैं, लेकिन टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम की वजह से आप पहले ही जान पाते हैं कि टायर्स में एयर प्रेशर कम हो गया है। ऐसे में आप इसे ठीक कर सकते हैं। यह सिस्टम कार के चारों टायर्स के साथ ही स्पेयर टायर का भी एक प्रेशर मॉनिटर करता है। यह सिस्टम बेहद ही जरूरी है और ज्यादातर प्रीमियम करें इस सिस्टम से लैस होती हैं।