साल 2017 में ऑटो सेक्टर में हुए ये बड़े रिकॉल
साल 2017 में कुछ ऐसे रिकॉल देखने को मिले जिसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की थी
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। जहां एक तरफ नई-नई गाड़ियों ने 2017 अपने नाम किया तो वही गाड़ियों के रिकॉल ने निराश भी किया। कुछ रिकॉल तो ऐसे भी रहे जिनकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इस रिपोर्ट में हम आपको देश और विदेश के साल 2017 में हुए सबसे बड़े रिकॉल के बारे में बताने जा रहे हैं।
एक्सपर्ट की राय
ऑटो एक्सपर्ट रंजोय मुखर्जी के मुताबिक किसी भी कार कंपनी के द्वारा गाड़ियों को रिकॉल करना कोई नई बात नहीं होती। समय समय पर अलग अलग खामियों की वजह से कंपनियां इस तरह के फैसले करती हैं और बिना शुल्क लिए गाड़ियों को ठीक कर देती हैं। कंपनियां सुरक्षा उपायों के लिए समय समय अपने ब्रांड्स को चेक करती रहती हैं। इसके पीछे कार कंपनियां ये संदेश देने की कोशिश करती हैं कि वो ग्राहकों को लेकर संवेदनशील हैं।
मारुति ने डिजायर को किया रिकॉल
इस साल मारुति सुजुकी ने अपनी फेसलिफ्ट डिजायर को लॉन्च किया और ग्राहकों की लाइन लग गई इसे खरीदने के लिए। लेकिन निराशा तब हाथ लगी जब मारुति सुजुकी ने नई डिजायर की 21,494 यूनिट्स को रिकॉल कर दिया। नई डिजायर के रियर-व्हील हब में खराबी के चलते कंपनी ने 23 फरवरी 2017 से लेकर 10 जुलाई 2017 के बीच गाड़ियों को रिकॉल किया था। गाड़ियों में आई खराबी को कंपनी 'फ्री ऑफ कॉस्ट' ठीक करेगी। डिजायर की कीमत 5.45 लाख रुपये से शुरू होती है।
जीप कंपास को भी किया रिकॉल
इस साल फिएट ग्रुप ने भारत में जीप कंपास को लॉन्च किया, अपनी लॉन्चिंग के बाद ही इस गाड़ी को ग्राहकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला। लेकिन कंपास के लॉन्च के कुछ समय बाद ही इसकी 1200 यूनिट्स के पैसेंजर एयरबैग में खराबी पाई गई जिसकी वजह से कंपनी ने भारत में जितनी भी कंपास की डिलीवरी हुई उन सभी को रिकॉल किया। कंपनी ने खराब एयरबैग को फ्री में बदल दिया और इसके लिए ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं लिया। मेड इन इंडिया जीप कम्पास की कीमत 14.95 लाख रूपए से शुरू होती है।
BMW ने 14 लाख गाड़ियों को किया रिकॉल
इसी साल लग्जरी कार कंपनी BMW ने दो चरणों में अमेरिका में 14 लाख कारों और SUV को रिकॉल किया। कार के अगले हिस्से में आग लगने के खतरे की वजह से यह रिकॉल किया गया। इस सबसे बड़ी रिकॉल प्रक्रिया के पहले चरण में 740,000 कारें शामिल थीं, जिनमें 2007 से 2011 के बीच बने 328i, 328xi, 328i xDrive, 525i, 525xi, 528i, 528xi, 530i, 530xi, X3 3.0si, X3 xDrive30i, X5 xDrive30i, Z4 3.0i, Z4 3.0si और Z4 sDrive30i के कई मॉडल और 2008 से 2011 के बीच बना 128i का एक मॉडल भी शामिल था।
ऑडी ने 52000 कारों को किया रिकॉल
ऑडी ने अपनी 52000 लग्जरी कारों को रिकॉल किया है। यह रिकॉल US और कनाडा जैसे देशों से किया गया है। फ्यूल लाइन में लीकेज की समस्या इस रिकॉल की बड़ी वजह बताई गई है जिसे अगर ठीक नहीं किया गया तो गाड़ी में आग लगने का खतरा ज्यादा बना रहता है। जिन मॉडल्स को रिकॉल किया गया है उनमें ऑडी A6 और A7 जैसे मॉडल शामिल हैं और ये मॉडल्स 2012 से 2014 के बीच बने हैं। कंपनी ने इसके लिए डीलर्स को सूचित कर दिया है और खराब फ्यूल लाइन को मुफ्त में ठीक किया जायेगा।
ऑडी ने रिकॉल की 5000 कारें
वही नवंबर महीने में ऑडी ने यूरोप में अपनी 5000 कारों को रिकॉल किया। उत्सर्जन सॉफ्टवेयर में आई खराबी के चलते कंपनी ने यह रिकॉल किया था। कंपनी के मुताबिक वाहन में बहुत अधिक मात्रा में नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जित की शिकायत मिली थी। कंपनी के मुताबिक, उन्होंने जर्मनी की सड़क परिवहन प्राधिकरण KBA को इस मामले की सूचना दी थी। ऑडी के मुताबिक 4,997 A8 मॉडल्स के सॉफ्टवेयर अपडेट किया गया। जिन मॉडल्स को रिकॉल किया था उनमें 4.2 लीटर V8 डीजल इंजन लगा था। इनमें से 3,660 कारें जर्मनी से थी जो सितंबर 2013 और अगस्त 2017 के बीच बनाई गई थी।
निसान ने किया बड़ा रिकॉल
इस साल जापान की कार कंपनी ने घरेलू बाजार में पिछले तीन सालों में बेची गईं 12 लाख नई कारों को रिकॉल किया। टेस्टिंग के अंतिम दौर में घरेलू नियमों पर खरा नहीं उतरने के कारण इन कारों को वापस मंगाने का फैसला किया गया। कंपनी ने अक्टूबर 2014 से सितंबर 2017 के बीच घरेलू बाजार में बनी कारों को रिकॉल किया और आपको जानकर हैरानी होगी की इतने बड़े रिकॉल करने के लिए करीब 1,457 करोड़ रुपये की लागत आई। रिकॉल की गई गाड़ियों में सबसे ज्यादा बिकने वाली सेरेना मिनीवैन और नोट कॉम्पैक्ट हैचबैक भी शामिल रहीं।