होंडा के नेतृत्व में ऑटोमैटिक स्कूटर सेगमेंट टू-व्हीलर इंडस्ट्री में पहले स्थान पर
अप्रैल 2017 में रिकॉर्ड बिक्री के साथ होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्रो लिमिटेड भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के विकास को बढ़ावा देने में सबसे आगे रही है
नई दिल्ली (जेएनएन)। अप्रैल 2017 में रिकॉर्ड बिक्री के साथ होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्रो लिमिटेड भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के विकास को बढ़ावा देने में सबसे आगे रही है। वित्त वर्ष 2017-18 में होंडा टू-व्हीलर्स ने ऑटोमैटिक स्कूटरों की 368,550 यूनिट्स बेचीं हैं। पिछले वित्त वर्ष यह बिक्री में 40 फीसद का इजाफा है। इसके साथ ही स्कूटर सेगमेंट में 25 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। ऑटो इंडस्ट्री में नए ऑटोमैटिक स्कूटरों का 89 फीसद योगदान अकेले होंडा से आया है।
कंपनी ने क्या कहा?
होंडा मोटसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्रो लिमिटेड में सेल्स एंड मार्केटिंग के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट श्री यदविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा, "2001 में अपनी शुरुआत से होंडा टू-व्हीलर्स इंडिया ने ऑटोमैटिक स्कूटर सेगमेंट को नया रूप दिया है। पिछले सालों के दौरान होंडा ने अपनी दो कोर क्षमताओं- अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के साथ ऑटोमैटिक स्कूटर सेगमेंट में अपने आप को अग्रणी स्थिर पर स्थापित कर लिया है।"
ऑटोमैटिक स्कूटर सेगमेंट का योगदान 35 फीसद हुआ
बेहतर सड़कों और कामकाजी महिलाओं की बढ़ती संख्या के चलते भारतीय उपभोक्ता बेहतर माइलेज वाली मोटरसाइकिलों के दायरे से बाहर आकर सुविधाजनक और यूनिसेक्स ऑटोमैटिक स्कूटर पसंद करने लगे हैं। अप्रैल 2017 के अंत तक इन सेगमेंट के बीच का अंतराल कम होकर मात्र 1 फीसद पर आ गया है। 6 सालों में घरेलू टू-व्हीलर इंडस्ट्री में ऑटोमैटिक स्कूटर सेगमेंट का योगदान 35 फीसद पर आ गया है, जिसमें होंडा टू-व्हीलर्स का योगदान सबसे ज्यादा है, जबकि मोटरसाइकिल सेगमेंट का योगदान इसी अवधि में 49 फीसद से गिरकर 36 फीसद पर आ गया है।