साल 2026 तक ऑटो कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री ने रखा 200 बिलियन डॉलर कारोबार का लक्ष्य
ऑटो कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री साल 2026 तक 200 बिलियन डॉलर के लक्षित कारोबार के लिए अगले 9 सालों के भीतर अपना निवेश दोगुने से भी ज्यादा करने की योजना बनाई है
नई दिल्ली (जेएनएन)। ऑटो कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री ने साल 2026 तक 200 बिलियन डॉलर के लक्षित कारोबार के लिए अगले 9 सालों के भीतर अपना निवेश दोगुने से भी ज्यादा करने की योजना बनाई है। ऑटो कॉम्पोनेंट एपेक्स बॉडी ACMA के मुताबिक 30 बिलियन डॉलर से उपर का अनुमानित निवेश टेक्नोलॉजी परिवर्तनों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ट्रेन्ड्स लाइन अप में किया जाएगा।
कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री में अब तक कुल 13-14 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा चुका है। टॉप गियर निवेश में एक ऐसे क्षेत्र के लिए रोजगार में बड़ी बढ़ोतरी होगी जो भारत की सबसे बड़ी नौकरी निर्माता है।
ऑटोमोटिव कॉम्पोनेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (ACMA) के महानिदेशक विन्नी मेहता ने कहा, "नए ऑटोमोटिव मिशन प्लान 2016-26 के मुताबिक ऑटो कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री की साल 2016 में वृद्धि 40 बिलियन डॉलर की रही थी, जिसमें 2026 तक 200 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा गया है। निर्यात में 11 बिलियन डॉलर से बढ़कर 70-80 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है, जबकि मार्केट में 8.5 बिलियन डॉलर से 32 बिलियन डॉलर की वृद्धि होगी। इससे 1.5 मिलियन के मौजूदा प्रत्यक्ष रोजगार से 3 मिलियन से अधिक अतिरिक्त रोजगार (जिनमें 1.5 मिलियन अप्रत्यक्ष रोजगार) मिलेंगे।
कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री में वित्त वर्ष 2016-17 में मजबूत वृद्धि देखी गई थी। इनका कारोबार 14.3 फीसद बढ़कर 2.92 लाख करोड़ रुपये (43.5 बिलियन डॉलर) और पिछले छह वर्षों में 7% का CAGR हो गया है। इंडस्ट्री कम से कम 10 फीसद वृद्धि के लिए वित्त वर्ष 2010 तक 50 बिलियन डॉलर के निवेश करने की योजना बना रही है।