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Kia Carens review: महिंद्रा हो या मारुती सबको देगी टक्कर

किआ कारेन्स को सेल्टोस के प्लेटफार्म पर बनाया गया है लेकिन तीसरी पंक्ति के रूप में इसमें बड़ी तब्दीली दी गयी है। तीसरी पंक्ति की सीट्स पर पहुंचना और निकलना बेहद आसान है केवल एक बटन दबाते ही सीट फोल्ड हो जाती है।

By Atul YadavEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 06:28 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jan 2022 07:30 AM (IST)
Kia Carens review: महिंद्रा हो या मारुती सबको देगी टक्कर
Kia Carens review: महिंद्रा हो या मारुती सबको देगी टक्कर

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क (नन्द कुमार नायर)। हर छोटा बदलाव बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता है , और ऐसे ही छोटे - छोटे बदलावों की कहानी कहती है हमारी और आपकी पसंदीदा गाड़ियां, जो आज के परिवेश में केवल हमारी जरूरत नहीं बल्कि आस पास मौजूद बदलाव का आईना भी है। और शायद यही वजह है की हर नयी गाड़ी हमे भविष्य दिखाती है हमारे आस पास हो रहे बदलाव की कहानी सुनाती है..... ऐसे ही बदलाव की कहानी लेकर बाजार में आ रही है किया कारेन्स ।

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ज्यादा पुरानी नहीं कल ही की बात हो जब किआ ने भारतीय मार्किट में किआ ने सेल्टोस को उतारा और केवल तीन गाड़ियों के साथ पिछले 2 साल में 3 घरो का हिस्सा बन चुकी है। Carens भारतीय मार्किट में किया की चौथी कार है इस से पहले सेल्टोस , सॉनेट और Carnival को कस्टमर्स ने ख़ासा पसंद किया। डिज़ाइन के लिहाज़ से यह सभी गाड़ियां अव्वल रही। carens भी इस क्षेत्र में निराश नहीं करती।

डिजाइन और लुक

Carens के साथ किआ भारत में डिज़ाइन के लिहाज़ से नयी पहचान बना रहा है। पहली तीनो गाड़ियों से अलग यहां पर स्प्लिट हेडलैम्प्स का इस्तेमाल किया गया है ठीक बम्पर से पहले क्रोम की लम्बी LED पट्टी दी गयी है और साथ में दोनों कोनो पर LED डॉल। निचले हिस्से पर 3 आयताकार फोग लैम्प्स का गुच्छा भी उसी तरह नयापन दे रहा है जैसे डॉल के बीच में इस्तेमाल किया गया पियानो ब्लैक फिनिश। चेहरे पर नयापन जरूर है लेकिन रुकने पर मजबूर कर दे वो कशिश नहीं है।

बाजार में मौजूद छह और साथ सीटर SUV के मुक़ाबले Carens डिज़ाइन के में थोड़ा हल्की लग रही है वजह साधारण सा दिखने वाला साइड प्रोफाइल और 16 इंच के टायर जो बाकि मौजूद गाड़ियों से कम लग रहे है। लेकिन साइड में जो कमी दिखती है रियर उसे पूरी कर देता है अपने स्टाइलिश split LED headlamps light stripe, roof-mounted spoiler और glossy black skid plate के जरिये। इन दो सालो में किआ ने एक बात अपनी हर गाड़ी के साथ साबित की , और वो है भारतीय मार्किट में नयापन लाने का संकल्प।

किआ कारेन्स को सेल्टोस के प्लेटफार्म पर बनाया गया है लेकिन तीसरी पंक्ति के रूप में इसमें बड़ी तब्दीली दी गयी है। तीसरी पंक्ति की सीट्स पर पहुंचना और निकलना बेहद आसान है केवल एक बटन दबाते ही सीट फोल्ड हो जाती है। गौरतलब है की यह सुविधा केवल एक तरफ ही दी गयी है। दूसरी पंक्ति पर दी गयी कप्तान सीट्स अच्छी और आरामदायक है लेकिन कम्पटीशन के मुक़ाबले वायरलेस चार्जर और स्टोरेज स्पेस की कमी थोड़ा खलती है।

कुछ कमियों के बावजूद Carens के साथ किआ ने अपनी तीसरी पंक्ति पर कम्फर्ट के मामले मे कस्टमर्स को कुछ नया दिया है जो की काबिले तारीफ है। बाजार में मौजूद बाकी छह / सात सीट वाली गाड़ियों के मुक़ाबले इसमें ज्यादा व्हीलबेस दिया गया , और तीसरे क्रम की सीट्स को 33 ज्यादा झुकाया गया है जिसका फायदा आपको लम्बे सफर में मिलता है। एसी वेंट को गाड़ी के छत पर जगह दी गयी है जिस कारण आपको तीनो पंक्तियों पर बेहतर हवा का प्रभाव मिलता है पर इस कारण लम्बे सनरूफ की उम्मीद न करे। यानि की यह बात किआ के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों में जाती है। हमारी कहानी उलटी चल रही है लेकिन किआ का मक़सद सीधा है वो है मार्किट में मौजूद गाड़ियों से खुद को बेहतर और अलग रखना।

गाड़ी के अंदर कार्यक्षमता और व्यावहारिकता के साथ डिटेलिंग का भी ख़ास ख्याल रखा गया है, जिसमें 10.25-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम , डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, वेन्टीलेटेड फ्रंट सीट्स, 8 स्पीकर का बोस साउंड सिस्टम और एयर प्यूरिफायर आदि शामिल हैं।

पहले लग रहा था की गाड़ी की टक्कर होगी बाजार में मौजूद बड़ी गाड़ियों से जहा हुंडई की अलकाज़ार, Tata Safari, Mahindra XUV700, MG Hector Plus लेकिन इसे मिलने के बाद लग रहा है की शायद अब चपटे में वॉल्यूम सेगेमेंट की गाड़िया ज्यादा लग रही है, जिसमे मारुती की XL6 और महिंद्रा मराज़ो भी शामिल है।

इंजन

सेल्टोस की तरह इसमे भी तीन इंजन के विकलप दिए गए है : 1.5-लटर पेट्रोल (115 पीएस/144 एनएम), 1.4 लीटर टर्बो पेट्रोल (140पीएस/242एनएम) और 1.5 लीटर डीजल (115पीएस/250एनएम) दिए जाएंगे। मैनुअल ट्रांसमिशन सभी इंजन के साथ इसमें स्टैंडर्ड दिया जाएगा दूसरे तरफ डीजल इंजन के साथ 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर और टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 7-स्पीड ड्यूल क्लच ऑटोमेटिक का ऑप्शन भी मिलेगा। हमने 1.4 लीटर टर्बो पेट्रोल (140पीएस/242एनएम) के साथ वक़्त बिताया और बेहद प्रभावित हुए।

शहर में गाड़ी जहा आरामदायक है वही हाईवे पर असरदार ऐसा शायद ही कोई मौका मिला जब ऐसा लगा तो की गियर शिफ्ट में कुछ परेशानी आ रही हो। इसका ड्यूल क्लच ट्रांस्मिशन बेहद असरदार है लेकिन सेल्टोस के कस्टमर्स की माने तो क्लच की लम्बी उम्र का वादा नहीं किया जा सकता। मिड रेंज में पावर की कमी नहीं खली यानि ओवरटेकिंग भी है बेहद आसान। माइलेज के मामले में भी किया प्रत्योगी गाड़ियों को परेशान करती है लेकिन गाड़ी देखने में MPV ज्यादा और एसयूवी कम नज़र आती है।


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