अपने बजट और जरूरत के हिसाब ही लें नई कार में फीचर्स और साइज, बचेंगे आपके पैसे
लोगों में इस बात की उलझन रहती है कि अपनी जरूरत के हिसाब से कौन-सी कार खरीदी जाए क्या फीचर्स उनके लिए जरूरी हैं और क्या नहीं। इन्हीं बातों का जवाब है हमारे पास-
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। ऑटो सेक्टर सुस्ती के दौर से गुजर रहा है। इसेे देखते हुए कार कंपनियां इस त्योहारी सीजन मेें अपनी कारों पर तरह-तरह के लुभावने ऑफर्स पेश कर रही हैं। ऐसे में हमारा मानना है कि अगर आप नई कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए एक नई कार घर लाने का यही सही समय है। हालांकि, लोगों में इस बात की उलझन रहती है कि अपनी जरूरत के हिसाब से कौन-सी कार खरीदी जाए, क्या फीचर्स उनके लिए जरूरी हैं और क्या नहीं, बजट कितना है, लोन कितना लेना है और किस साइज की उन्हें कार चाहिए? इन्हीं सब बातों का जवाब देने के लिए आज हम आपके लिए एक खबर लेकर आए हैं। अक्सर कार खरीदने में लोग गलती कर जाते हैं और उन्हें ये बात बाद में समझ आती है, जब उन्हें कार की डिलीवरी मिलती है।
बजट कितना है?
सबसे पहला और बड़ा सवाल आपके मन में ये रहता है कि आपका बजट कितना है? अक्सर लोग दूसरों की बातें सुनकर अपने बजट के ऊपर चले जाते हैं और उन्हें इस गलती का बाद में अहसास होता है। सबसे पहले ध्यान ये रखें कि बजट कितना है और उससे ऊपर जाने की कोशिश न करें। इतना ही नहीं 80 फीसद लोग देश में कार लोन पर लेते हैं, तो जाहिर सी बात है अगर आप भी मिडिल क्लास परिवार से हैं तो आपको भी लोन की जरूरत पड़ेगी ही। अगर आपका बजट 5 लाख रुपये तक का है तो आपके लिए देश में कई लेटेस्ट कारें मौजूद हैं जिनके फीचर्स भी लेटेस्ट ही हैं। इतना ही नहीं, आप कुछ पुराने मॉडल की कारों पर भी भारी डिस्काउंट पा सकते हैं। इस बजट में आपके पास हैचबैक और सेडान कारें भी आसानी से मिल जाएंगी और इनके पुराने मॉडल पर तो भारी डिस्काउंट भी मिल सकता है। ऐसे में सबसे पहले बजट के हिसाब से 4-5 कारेें चुनें और उनके फीचर्स की आपस में तुलना करके देखें। जो कार आपको ज्यादा समझ आए, उसके लिए डीलरशिप्स पर डिस्काउंट की तलाश करें और अगर नया मॉडल है तो उनपर डिस्काउंट मिलना आसान नहीं होगा।
किस साइज की लेनी है कार?
हमेशा कार खरीदते समय हर किसी के दिमाग में रहता है कि कार का साइज क्या है? 5 लोग आसानी से बैठ पाएंगे या नहीं और अगर चार लोगों का परिवार है तो 4 लोग आसानी से बैठ पाएंगे या नहीं? ये सभी सवाल आपके दिमाग में होने चाहिए और जो भी कार खरीद रहे हैं। निजी इस्तेमाल के लिए कार खरीद रहे हैं तो हमेशा हैचबैक या सेडान को चुनेंं और अगर सैर-सपाटे के लिए कार खरीद रहे हैं तो एसयूवी या MPV चुनेंं, ताकि आप ज्यादा लोगों के साथ-साथ ज्यादा सामान भी रख सकें।
माइलेज का भी रखें ध्यान
अक्सर मिडिल क्लास से आने वाले लोग बजट कार खरीदना चाहते हैं। उनका सवाल रहता है कि यह कार कितना माइलेज देती है? वैसे तो आज के समय में एक कार ही कई इंजन के साथ उपलब्ध होती है और ऐसे में बेहतर माइलेज देखना है तो कम cc वाले इंजन का चुनाव करना जरूरी है। इतना ही नहीं अगर आपका रोजाना का सफर लंबा है तो डीजल इंजन को भी ध्यान में रखें। इसके अलावा बाजार में फैक्ट्री फिटेड नई सीएनजी कारें भी मौजूद हैं, जिनकी तरफ आपको ध्यान देना चाहिए। तो कुल मिलाकर आपको एक ही चीज मिलेगी, या तो माइलेज या फिर पावर। अब आप खुद ही तय करें कि क्या आपकी जरूरत है।
जरूरत के हिसाब से ही लें फीचर्स
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि अक्सर लोग एक घर में दो से तीन कारें खरीदते हैं और ऐसे में उन्हें ये समझ नहीं आता कि हर व्यक्ति के लिए पर्याप्त फीचर्स हैं या ज्यादा फीचर्स मिल गए हैैं। अक्सर लोग घर में किसी बड़े के लिए कार का टॉप मॉडल खरीद लेते हैं जिसके चलते उसमें दिए गए फीचर्स उनके किसी काम के नहीं होते। जैसे कि घर में कुछ लोगों को एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले से कोई मतलब नहीं होता और ना ही उन्हें क्रूज कंट्रोल और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल से कुछ काम होता है, इतना ही नहीं पैनोरामिक सनरूफ भी उनके किस काम की। ऐसे में आप उन्हें टॉप मॉडल के बजाए बेस मॉडल या बीच वाला मॉडल देकर कुछ पैसे बचा सकते हैं। और अपने लिए भी ऐसा ही सोचिए कि आपको किन फीचर्स की जरूरत है, उन्हीं फीचर्स के हिसाब से कार मॉडल का चुनाव करें और उसे खरीदें। कुल मिलाकर महंगे म्यूजिक सिस्टम, सनरूफ और नेविगेशन की जरूरत हो, तभी कार लें।
मेंन्टेनेंस का भी रखें ध्यान
कार खरीदते वक्त मेंटेनेंस का भी ध्यान रखा जाना चाहिए, क्योंकि हाथी खरीदना तो आसान होता है, लेकिन उसे पालना मुश्किल। इसलिए नई कारों की अपेक्षा पुराने मॉडल्स पर छूट मिल रही होती है और वे सस्ते भी साबित होते हैं। इसके अलावा पुरानी गाड़ियों के पार्ट्स भी बाजार में लगभग हर जगह उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं नई कार की फ्री मेंटेनेंस का भी काफी फायदा उठा सकते हैं।