नए साल पर खरीदने जा रहे हैं नई कार, रखें इन बातों का ध्यान
जनवरी महीने में नई कार खरीदने जा रहे हैं तो आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जिनके चलते आप नई कार खरीदते समय धोखा नहीं खा सकेंगे
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। दिसंबर महीने में कई लोग इस वजह से कारें नहीं खरीदते क्योंकि उन्हें लगता है कि दिसंबर महीने में कार के रजिस्ट्रेशन से कार एक साल पुरानी हो जाती है और यह बात काफी हद तक सही भी है। इसी वजह से लोग नई कार दिसंबर महीने में ना खरीदकर जनवरी महीने में खरीदते हैं। अगर आप भी अपने लिए या फिर अपने परिवार के लिए जनवरी महीने में नई कार खरीदने जा रहे हैं तो आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जिसके चलते आप खुद से एक बेहतर कार का चुनाव कर सकते हैं।
टेस्ट ड्राइव जरूर लें
अगर आपने किसी कार को खरीदने का मन बना लिया है, तो डील फाइनल करने से पहले उसकी टेस्ट ड्राइव जरूर लें और याद रखें टेस्ट ड्राइव उसी कार की हो, जिसे आप खरीदने जा रहे हैं। इसके अलावा कार के फीचर्स पहले से ही रिसर्च कर लें और यह भी चेक करें कि जो फीचर्स बताए जा रहे हैं, वो कार में है या नहीं।
कम कीमत में कार की कोट्स लें
सेल्समैन हमेशा मोलभाव के बाद कार की कीमत बढ़ाकर ही ग्राहकों को बताते हैं। इनता ही नहीं इसमें सेल्समैन ग्राहकों को भाप लेते हैं कि वह कार खरीने ही आया है तो ऐसे में आप शोरूम से बाहर निकल जाएं या फिर सबसे कम कीमत पर कार की कोट्स लें और अनुमानित कॉस्ट फिगर लें, ताकि शोरूम में आप एक फाइनल कीमत पर ही मोलभाल करें। ऐेसे में आप यह मानकर चलें कि अब आपको कार खरीदने ही है और किसी के भी दबाव में कोई फैसला न लें।
डीलर्स से खुलकर करें बात
कार खरीदते समय हमेशा अच्छी रिसर्च करें और कार रिव्यू जरूर पढ़ें, ताकि जब आपकी सेल्समैन से बात हो, तो उसे यही लगे की आपको कार के बारे में काफी कुछ पता है। इससे आप हर टॉपिक पर खुलकर बात कर सकेंगे। इतना ही नहीं, आप हर मॉडल और उसके फीचर के बारे में विस्तार से जानें। इसके चलते आप कार के हर टॉपिक पर खुलकर बात कर सकेंगे। आपको हर मॉडल और उसके फीचर के बारे में विस्तार से जान लेना चाहिए। इतना ही नहीं, हो सके उनके बीच के अंतर के गणित को भी अच्छे से समझ लें। इससे आपको डील करने में आसानी होगी।
जरूरत के हिसाब से ही खरीदें एक्सेसरीज
अगर आपका बजट कार तक ही सीमित है तो गैर जरूरी एक्सेसरीज पर फालतू खर्च करने से बचें और आपका टार्गेट सिर्फ कार पर ही होना चाहिए। इसमें आपको याद रखने की चीज है कि कोरोजन प्रोटेक्शन, पेंट सीलेंट, फैब्रिक प्रोटेक्शन जैसी चीजें बाद में भी लग सकती हैं। याद रखें कि डीलर आपको इन बातों को मनाने की पूरी कोशिश करेगा, क्योंकि यह उसके जॉब प्रोफाइल का भी हिस्सा है। आप इन चीजों को बाद में शोरूम के बाहर से भी लगवा सकते हैं।
पूरी करें फाइनेंस प्रक्रिया
हमेशा याद रखें जब तक आपकी कार की फाइनेंस प्रक्रिया पूरी न हो जाए तब तक कार की डिलीवरी न लें। पहले आप फाइनेंस स्कीम से पूरी तरह संतुष्ट हो जाए और तभी इसकी डिलीवरी लें। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपने एक बार कार की डिलीवरी ले ली तो कार की जिम्मेदारी आपकी हो जाती है, क्योंकि आप कार के मालिक बन जाते हैं। इसलिए फाइनेंस प्रक्रिया में आपको सतर्कता बरतने की जरूरत है। इसके साथ ही कार खरीदने के बाद इससे जुड़े सभी खर्चों की जानकारी रखें।