एक लीटर पेट्रोल में जबरदस्त माइलेज देगी कार, बस टायर्स में ना भरवाएं कम्प्रेस्ड एयर
आम कम्प्रेस्ड एयर कार के टायर में भरने से टायर कई बार ज्यादा जल्दी खराब हो जाता है वजह ये है कि कार के टायर में आम एयर फैलती है और टायर ट्यूब पर दबाव बनाती है जिसके चलते टायर फट जाता है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारतीय सड़कों पर कार चलाना काफी मुश्किल होता है। दरअसल सड़कों की गुणवत्ता कई जगहों पर काफी खराब है जिसके चलते कई बार कार के टायर्स काफी घिस जाते हैं और इनकी लाइफ कम हो जाती है। ऐसे में टायर्स जल्दी बर्स्ट होते हैं और जल्दी खराब हो जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि टायर में जो कम्प्रेस्ड एयर भरी जाती है उसकी वजह से भी टायर जल्दी खराब हो जाते हैं। अगर आपकी कार के साथ भी ये समस्या आ रही है तो आज हम आपको टायर्स को लंबे समय तक फिट रखने का तरीका बताने जा रहे हैं।
आम कम्प्रेस्ड एयर कार के टायर में भरने से टायर कई बार ज्यादा जल्दी खराब हो जाता है, वजह ये है कि कार के टायर में आम एयर फैलती है और टायर ट्यूब पर दबाव बनाती है जिसके चलते टायर फट जाता है या फिर पंक्चर हो जाता है। ऐसे में कार के टायर्स में कम्प्रेस्ड एयर की जगह पर एक और गैस का इस्तेमाल किया जाता है जो टायर को ठंडा रखती है और इसे फटने से बचाती है जिससे कार के टायर की लाइफ बढ़ जाती है और आपको बार-बार इसे ठीक नहीं करवाना पड़ता है।
नाइट्रोजन
भारत में नाइट्रोजन गैस टायर्स में भरने के लिए अब कई स्टेशंस मौजूद हैं। दरअसल नाइट्रोजन गैर कार के टायर को ठंडा रखती है और आम कम्प्रेस्ड एयर की तुलना में कार के टायर को घिसने से बचाती है। अगर आप लंबे समय से कार के टायर में इस गैस को भरवा रहे हैं तो आपको पता होगा कि इससे माइलेज पर काफी प्रभाव पड़ता है। इस गैस से कार के टायर्स लम्बे समय तक नये जैसे बने रहते हैं। आपको बता दें कि नाइट्रोजन गैस फिलिंग करवाना आम कम्प्रेस्ड एयर की तुलना में महंगा होता है। हालांकि इससे टायर्स की लाइफ बढ़ती है और ये पंक्चर भी नहीं होते हैं।