फ्यूल सेविंग गैजेट्स के बारे में ये बाते नहीं जानते होंगे आप, जानें इनसे गाड़ी का माइलेज बढ़ता है या नहीं
फ्यूल सेविंग गैजेट्स 30 से 40 फीसद फ्यूल सेव करने का दावा करते हैं। ऐसे में लोग इन्हें खरीदकर अपनी कार और मोटरसाइकिल में इस्तेमाल करने लगते हैं। हालांकि ये गैजेट्स कितने कारगर हैं इस बारे में शायद ही आपमें से कोई जानता होगा।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों की समस्या की वजह से लोग अब अपने वाहनों में फ्यूल बचाने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ आजमा रहे हैं। दरअसल कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो मार्केट में अपने फ्यूल सेविंग गैजेट्स बेच रही हैं। ये गैजेट्स 30 से 40 फीसद फ्यूल सेव करने का दावा करते हैं। ऐसे में लोग इन्हें खरीदकर अपनी कार और मोटरसाइकिल में इस्तेमाल करने लगते हैं। हालांकि ये गैजेट्स कितने कारगर हैं इस बारे में शायद ही आपमें से कोई जानता होगा। ऐसे में आज हम आपके लिए इन फ्यूल सेविंग गैजेट्स से जुड़ी जरूरी जानकारिया लेकर आए हैं जो आपके बड़े काम आएंगी।
कितनी है इन गैजेट्स की कीमत
मार्केट में जितने भी फ्यूल सेविंग गैजेट्स हैं उनमें से ज्यादातर के की कीमत 500 रुपये से शुरू होती है और 2,000 रुपये से 4,000 रुपये तक जाती है। ऐसे में इन गैजेट्स को खरीदना ज्यादा महंगा नहीं होता है। ये गैजेट्स आकार में किसी सेलफोन या उससे भी छोटे होते हैं और इनका वजन भी काफी कम होता है।
यहां होते हैं असेम्बल
इन गैजेट्स को फ्यूल सोर्स और इंजन के बीच में लगाया जाता है जिससे पेट्रोल और डीजल इस गैजेट के जरिए होता हुआ इंजन में पहुंचता है। ये गैजेट किसी रेगुलेटर की तरह होता है। इन गैजेट्स को बनाने वाली कंपनियां दावा करती हैं कि ये काफी फ्यूल बचाते हैं।
कितने असरदार हैं ये गैजेट्स
अगर काम की बात करें तो ये गैजेट्स किसी फ्यूल फ़िल्टर से ज्यादा कुछ भी नहीं होते हैं, कहने का मतलब ये है कि ये गैजेट्स किसी भी तरह से असरदार नहीं होते हैं और इन्हें लगाने से आपको माइलेज में कोई बढ़ोत्तरी नहीं मिलेगी। ऐसे में आप भी इन गैजेट्स को खरीदने का मन बना रहे हैं तो इन्हें अपने वाहन में लगवाने से अच्छा है कि जरूरत पड़ने पर वाहन का इस्तेमाल करें और फ्यूल की खपत को कम करें।