ये है भारत की सबसे सस्ती ABS वाली मोटरसाइकिल, देती है जबरदस्त माइलेज
कुछ कंपनियां हैं जिन्होंने अपने वाहनों में डिस्क ब्रेक के साथ ABS (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) ऑफर करना भी शुरू कर दिया है। ये फीचर अचानक ब्रेक दबाने पर मोटरसाइकिल को डिस्बैलेंस होने से बचाता है और राइडर को सुरक्षित रखता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मोटरसाइकिल्स में डिस्क ब्रेक फीचर अब आम बात होती जा रही है। दरअसल राइडर की सुरक्षा को लेकर दोपहिया वहां निर्माता कंपनियां अब पहले से ज्यादा सचेत हो गई हैं। ऐसे में अब मोटरसाइकिल्स में ब्रेकिंग अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गई है, लेकिन कुछ कंपनियां हैं जिन्होंने अपने वाहनों में डिस्क ब्रेक के साथ ABS (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) ऑफर करना भी शुरू कर दिया है। ये फीचर अचानक ब्रेक दबाने पर मोटरसाइकिल को डिस्बैलेंस होने से बचाता है। दरअसल जब राइडर अचानक से ब्रेक लगाता है तो बाइक के पहिए जाम हो जाते हैं, नतीजतन बाइक स्किड हो जाती है और आप एक्सीडेंट का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में ABS काम करता है और आपको एक्सीडेंट से बचाता है। एबीएस कुछ समय पहले एक महंगा फीचर था जो सिर्फ प्रीमियम बाइक्स में मिलता था लेकिन अब ये कम्यूटर बाइक्स में भी ऑफर किया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपके लिए भारत में मिलने वाली सबसे सस्ती ABS वाली बाइक्स की लिस्ट लेकर आए हैं जो आपकी जेब पर बोझ नहीं डालेंगी।
Bajaj Platina 110 ABS
Bajaj Auto ने हाल ही में अपनी पॉपुलर मोटरसाइकिल Platina 110 को ABS फीचर के साथ लॉन्च किया है। आपको बता दें कि ये मोटरसाइकिल 65,920 रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) में लॉन्च की गई है और यह अपने सेगमेंट की पहली मोटरसाइकिल है जिसमें एबीएस लगाया गया है। प्लैटिना में ABS को 240 mm के फ्रंट डिस्क ब्रेक के साथ जोड़ा गया हैं। एंटी-लॉक ब्रेकिंग या एबीएस के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर भी लगाया गया है जो टायर्स की निगरानी करता है और अचानक से तेज ब्रेक लगाए जाने पर इस प्रक्रिया को नियंत्रित रूप से अंजाम देता है जिससे मोटरसाइकिल का संतुलन नहीं बिगड़ता है। इंजन और पावर की बात करें तो प्लैटिना में ग्राहकों को 115 cc, का फोर स्ट्रोक, सिंगल सिलेंडर एयर कूल्ड इंजन दिया जाता है। ये इंजन इलेक्ट्रॉनिक इंजेक्शन तकनीक से लैस है जो 7000 rpm पर 6.33 KW (8.6 PS) की मैक्सिमम पावर और 5000 rpm पर 9.81 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है।
ABS ऐसे करता है काम
आपको बता दें कि एबीएस यानी एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम दो यूनिट्स से मिलकर तैयार होता है जिनमें पहला होता है सेंसर और दूसरा होता है कंट्रोलर या एग्जीक्यूटर। आपको बता दें कि इस सिस्टम में लगा हुआ इस बात पर नजर रखता है कि आप कितनी फ़ोर्स से ब्रेक अप्लाई कर रहे हैं, अगर ब्रेक की पावर सही होती है तब तो ठीक है लेकिन अगर आपने ज्यादा तेजी से ज्यादा पावर के साथ ब्रेक अप्लाई किया है तो ये सेंसर तुरंत कंट्रोलर को सिग्नल भेजता है और ABS अपना काम करने लग जाता है और ब्रेक फ़ोर्स को कम कर देता है या जितनी जरूरत हो उतनी ही पावर को ब्रेक तक पहुंचाता है। इससे आप कंट्रोल्ड तरीके से अपनी मोटरसाइकिल को रोक सकते हैं और आपकी मोटरसाइकिल के व्हील्स भी जाम नहीं होते हैं और आप एक्सीडेंट से पूरी तरह से बच जाते हैं।