'Hara Hai Toh बरं आहे' कैंपेन के साथ मुंबई में ग्रीनर स्काईलाइन के लिए रेडियो सिटी ने उठाई जिम्मेदारी
रेडियो सिटी के आरजे सलिल और अर्चना प्रत्येक सप्ताह मुंबई शहर के नुक्कड़ और कॉर्नर का दौरा करेंगे और पेड़ लगाएंगे।
‘Kar Mumbaikar’ पहल के तहत तीसरे चरण के कैंपेन की शुरुआत, जिसका उद्देश्य समाज में लाना है सकारात्मक बदलाव
इंडिया का प्रमुख रेडियो नेटवर्क रेडियो सिटी ने अपने लोकप्रिय कैंपेन ‘Kar Mumbaikar’ अभियान के तीसरे चरण के शुभारंभ के साथ सतत विकास और प्रदूषण मुक्त शहर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। चार सप्ताह तक चलने वाले इस लंबे अभियान के माध्यम से रेडियो सिटी के आरजे सलिल और अर्चना प्रत्येक सप्ताह मुंबई शहर के नुक्कड़ और कॉर्नर का दौरा करेंगे और पेड़ लगाएंगे।
‘We all Connect’ के श्री संतोष शेट्टी के सहयोग से, रेडियो सिटी की नवीनतम पहल 'Hara Hai Toh बरं आहे' के तहत मुंबई शहर के कोने-कोने में वृक्षारोपण अभियान चलाकर मुंबई के कंक्रीट जंगल को हरे आवरण से कवर करने में मदद मिलेगी।
अपने लोकप्रिय मॉर्निंग शो ‘Kasa Kai Mumbai’ के दौरान, आरजे श्रोताओं से आग्रह करेंगे कि वे इस पहल के लिए अपने समाज और क्षत्रों को नामित करें और एक ही स्थान से ऑन-एयर शो का प्रसारण करते हुए वृक्षारोपण अभियान का संचालन करेंगे।
रेडियो सिटी का Kar Mumbaikar 'Hara Hai Toh बरं आहे' के पहल को आगे बढ़ाते हुए 'ठाकरे' फिल्म के अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, "मुंबई कई पर्यावरणीय समस्याओं का सामना कर रहा है। यही वजह है कि ग्रीन कवर इस कैंपेन को विस्तार देने का काम कर रहा है। अपने आस-पास के क्षेत्र में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बुनियादी लेकिन महत्वपूर्ण कदम है, जो बदले में लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। आरजे सलिल और आरजे अर्चना की अगुवाई में रेडियो सिटी ‘Hara Hai Toh बरं आहे' की यह पहल जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक बेहतरीन कदम है, मुझे उम्मीद है कि यह पहल पेड़ लगाने के महत्व पर प्रकाश डालेगी और हर व्यक्ति को एक हरे, प्रदूषण मुक्त शहर के विकास की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगी।”
‘Kar Mumbaikar’ अभियान के तीसरे चरण के शुभारंभ पर अपनी बात रखते हुए रेडियो सिटी के आरजे सलिल और आरजे अर्चना ने कहा, “शहर में तेजी से पर्यावरणीय गिरावट को देखते हुए, वृक्षारोपण एक महत्वपूर्ण कार्य है, और इस अभियान के माध्यम से हम Mumbaikars से आग्रह करना चाहते हैं कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें। हमारे ब्रांड फिलॉसिपी ‘Rag Rag Mein Daude City' के साथ मिलकर, हम आशा करते हैं कि हमारा अभियान नागरिकों को मुंबई के ग्रीन कवर को वापस लाने के लिए प्रेरित करेगा तथा दूसरे शहरों के लिए एक स्वच्छ, हरियाली वाला स्थान बनने के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा।"
ऑन-एयर, ऑन-ग्राउंड और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर चलाए गए इस अभियान से उम्मीद करते हैं कि लोगों की सोच में बदलाव आएगा और इससे यह भी पता चलता है कि कैसे छोटे और साध्य परिवर्तन समाज में एक महत्वपूर्ण अंतर ला सकते हैं। भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, मुंबई में वृक्षों का आवरण, जो 1970 के दशक में 35% से अधिक था, आज 13% से भी कम रह गया है। आईआईएससी वैज्ञानिकों ने अपने नागरिकों को पर्याप्त ऑक्सीजन सुनिश्चित करने के लिए किसी भी क्षेत्र के लिए कम से कम 33% ग्रीन कवर की आवश्यकता पर जोर दिया है।
‘Kar Mumbaikar’ अभियान के पहले दो चरणों के माध्यम से, रेडियो सिटी ने विभिन्न मुद्दों पर मुंबई को संबोधित किया है, जैसे कि मानसून के मौसम के दौरान लोगों द्वारा गड्ढों का सामना करना और वहीं ‘StreeDum’ अभियान ने महिलाओं के वस्तुकरण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई है। ब्रांड फिलॉसिपी ‘Rag Rag Mein Daude City’ के तहत इसी तरह रेडियो सिटी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए रेडियो की शक्ति का लाभ उठाता रहेगा।
रेडियो सिटी के बारे में जाने
म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (एमबीएल) का हिस्सा रेडियो सिटी जागरण प्रकाशन लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है। रेडियो सिटी भारत में पहला एफएम रेडियो प्रसारणकर्ता रह चुका है और यह रेडियो उद्योग में 17 वर्षों से अधिक विशेषज्ञता रखता है। निजी रेडियो स्टेशनों में, रेडियो सिटी बेंगलुरु और मुंबई में क्रमशः 24.17% और 17.10% औसत श्रोताओं की भागीदारी के साथ नंबर एक रेडियो स्टेशन रहा है।
(सोर्स : टीएएम डेटा - रेडियो ऑडियो मेजरमेंट, मार्केट: मुंबई और बैंगलोर टीजी: 12+ डे -पार्ट: सोमवार-रविवार 12:00 am-12: 00 am, स्थान: सभी; अवधि: 30 दिसंबर 2012 से 21 जनवरी 2017 तक) और 31 मार्च, 2017 तक, एजी अनुसंधान रिपोर्ट के अनुसार रेडियो सिटी 34 शहरों में 67 मिलियन से अधिक श्रोताओं तक पहुंच गया है।)
म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के पास वर्तमान में 39 स्टेशन हैं, जिनमें तीसरे चरण की नीलामी में 11 नए अधिग्रहित स्टेशन शामिल हैं। रेडियो सिटी अपने तीसरे चरण में कानपुर अजमेर, कोटा, बीकानेर, उदयपुर, पटियाला, पटना, जमशेदपुर, नासिक, कोल्हापुर और मदुरै तक फैला है।
रेडियो सिटी ने यूनिक और पाथ ब्रेकिंग कॉन्टेंट की पेशकश करके एफएम रेडियो प्रोग्रामिंग के विकास को गति दी है। नेटवर्क ने बब्बर शेर और लव गुरु के तहत रेडियो पर क्रमशः हास्य और लोगों को सलाह देने की व्यवस्था की शुरुआत की। इसके अलावा रेडियो सिटी ने रेडियो सिटी फ्रीडम अवार्ड्स की भी शुरुआत की और भारत में पहली बार अपने तरह का रेडियो टैलेंट शो रेडियो सिटी सुपर सिंगर के साथ उभरते हुए गायकों को एक लॉन्च पैड प्रदान किया।
अपने ‘Rag Rag Mein Daude City’ फिलॉसिपी के तहत नेटवर्क ने एक स्थानीय दृष्टिकोण अपनाया है जिसने श्रोताओं के साथ मिलकर शहर के गौरव की भावना को बढ़ाते हुए स्थानीय संस्कृति तथा हवा में सकारात्मक फ्लेवर का संचार किया है। 52 अन्य वेब-स्टेशनों के साथ-साथ नेटवर्क अपने डिजिटल इंटरसफेस www.radiocity.in के माध्यम से टेरेस्ट्रियल प्रोग्रामिंग प्रदान करता है।
रेडियो सिटी को ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट के अध्ययन में 'इंडियाज बेस्ट कंपनीज टू वर्क फॉर' में लगातार फीचर किया गया है। मीडिया उद्योग में इस नेटवर्क को बार-बार सर्वश्रेष्ठ बोला जाता है। 2018 में कंपनी को 7वीं बार सूची में शामिल किया गया था। 2018 में GPTW सर्वेक्षण के अनुसार, रेडियो सिटी मीडिया और मनोरंजन उद्योग के साथ-साथ बेस्ट करियर मैनेजमेंट के लिए काम करने वाले 100 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में से 8वें स्थान पर है।
लेखक - शक्ति सिंह