इलाज के बजाय गर्भवती को नर्स व चिकित्सको ने पीटा, नवजात की मौत
आरोप है कि गुस्साए चिकित्सको व नर्स ने गर्भवती के साथ मारपीट भी की। इसके बाद बच्चे का जैसे ही जन्म हुआ, उसने दम तोड़ दिया।
कोलकाता, [ जागरण संवाददाता] । कहने को तो चिकित्सक धरती के भगवान होते है, पर कभी-कभी इनका ऐसा अमानवीय चेहरा सामने आता है जिससे मानवता भी शर्मसार हो जाती है। राज्य मे स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने व चिकित्सको को व्यावहारिक बनने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आह्वान के बावजूद ऐसा ही एक मामला दक्षिण 24 परगना जिले से सामने आया है।
आरोप है कि प्रसव के लिए अस्पताल मे भर्ती महिला दर्द से छटपटाती रही लेकिन जब इलाज की गुहार लगाई तो गुस्साए चिकित्सको ने उसकी पिटाई कर दी। आरोप है कि इस वजह से जन्म लेते ही नवजात ने दम तोड़ दिया। घटना जीवनतल्ला के खुंचितल्ला प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र की है।
पीडि़ता पूजा कर्मकार व उसके पति प्रसन्नजीत कर्मकार ने स्थानीय थाने मे मामले की शिकायत दर्ज करवाई है। साथ ही इन लोगो ने विधायक सौकत मोला से भी आरोपी चिकित्सको के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। घटना के बारे मे प्रसन्नजीत ने बताया है कि शनिवार शाम उनकी पत्नी को प्रसव का दर्द शुरू हुआ था जिसके बाद उसे खुंचितल्ला प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र मे भर्ती करवाया।
वहां देर शाम से ही पूजा को तेज दर्द होने लगा था लेकिन ना तो नर्स और ना ही चिकित्सक उसके बेड पर उसे देखने पहुंचे। आरोप है कि पत्नी को तड़पते देख जब प्रसन्नजीत चिकित्सको के पास पहुंचा तो बजाय मौके पर पहुंचकर इलाज करने के, उसे ही डांटने लगे।
आरोप है कि इसके बाद गुस्साए चिकित्सको व नर्स ने गर्भवती पूजा के साथ मारपीट भी की। इसके बाद बच्चे का जैसे ही जन्म हुआ, उसने दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद भी अस्पताल ने परिजनो को इस बारे मे पुख्ता जानकारी नही दी और कहा कि इसे लेकर कोलकाता के किसी अस्पताल मे जाओ।
इसके बाद पत्नी व मृत नवजात को लेकर प्रसन्नजीत बांगुर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सको ने बताया कि बच्चे की मौत काफी पहले हो चुकी थी। पूजा रात भर अपने मृत बच्चे को गोद मे लेकर बैठी रही। उसके बाद सुबह बच्चे को लेकर परिजन थाने पहुंचे व आरोपित चिकित्सको व नर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पीडि़त परिवार ने विधायक सौकत मोल्ला से भी न्याय की गुहार लगाई है।