पतंजलि में अनौपचारिक संस्कृत का नया सत्र शुरू
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: पतंजलि योगपीठ परिसर में सत्र 2017 के लिए अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र का
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: पतंजलि योगपीठ परिसर में सत्र 2017 के लिए अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र का शुभारम्भ हुआ। साथ ही राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली से संबद्ध इस केंद्र के अंतर्गत विगत वर्ष अनौपचारिक संस्कृत प्रोग्राम में सफल हुए प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र दिए।
कार्यक्रम में अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण कार्यक्रम का संयोजन कर रहे अनौपचारिक संस्कृत शिक्षक डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि इस वर्ष संस्कृत भाषा दक्षता में प्रमाणपत्र तथा डिप्लोमा दो प्रकार का पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र संस्कृत जिज्ञासुओं को निश्शुल्क शिक्षण व्यवस्था एवं पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराता है। सम्पूर्ण शिक्षण कार्य संस्कृत भाषा में ही किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के नये सत्र के लिए पतंजलि संस्कृत केंद्र में भाषा दक्षता प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम एवं संस्कृत भाषा दक्षता एक वर्षीय पाठ्यक्रम में163 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पतंजलि आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य प्रो. डीएन शर्मा ने की तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद कुमार बंसल ने मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी रामदेव महाराज एवं आचार्य बालकृष्ण महाराज के संस्कृत संकल्प से उपस्थित लोगों को अवगत कराया। कार्यक्रम में पतंजलि वैदिक गुरुकुलम के सेवाव्रती पफूलचंद्र, प्रो. विजयपाल शास्त्री, डॉ. विपिन कुमार द्विवेदी आदि ने सहभागिता की। संस्कृत भाषा में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
फोटो कैप्शन --संस्कृत शिविर में प्रतिभाग करते प्रतिभागी। जागरण