संस्कृत विवि की हैक वेवसाइट खुली
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तराखंड संस्कृत विवि की हैक की गयी साइट को बुधवार को खोल दिया गया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार :
उत्तराखंड संस्कृत विवि की हैक की गयी साइट को बुधवार को खोल दिया गया। हालांकि विवि प्रशासन अभी भी पूरी तरह से आश्वस्त नजर नहीं आ रहा। दीगर है कि दो दिन पहले उत्तराखंड विवि की अधिकारिक वेबसाइट को हैक करने का मामला सामने आया था। वेबसाइट के फ्रंट पेज पर 'पाकिस्तान ¨जदाबाद' लिखा हुआ था।
बीते शुक्रवार से उत्तराखंड संस्कृत विवि की अधिकारिक वेबसाइट नहीं खुल रही थी। जब छात्रों ने यह जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को दी तो उन्होंने तकनीकी विशेषज्ञों को मामले की जांच और खराबी को सही करने को कहा। जब दो दिन तक वेबसाइट ठीक नहीं हुई तो विवि प्रशासन ने वेबसाइट को ब्लाक करा दिया। सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने शिकायत एसएसपी राजीव स्वरूप से की।
उन्होंने एसएसपी को बताया था कि साइट के फ्रंट पेज पर हैकर्स ने पाकिस्तान ¨जदाबाद लिखा हुआ है, जबकि बाकी के पेज पहले की तरह खुल रहे हैं। एसएसपी ने कहा कि जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि यह हरकत किसी पाकिस्तानी की है या नहीं।
वहीं तीन दिन तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपने तकनीकी जानकारों के माध्यम से हैक साइट को ठीक कराने की मशक्कत में जुटा रहा। बुधवार देर शाम कोड चेंज करने के बाद साइट खुल गई। इसके बाद काम शुरू कर दिया गया है। रजिस्ट्रार गिरीश कुमार अवस्थी ने बताया कि तकनीकी जानकारों ने वेबसाइट ठीक कर दी है। पुलिस जांच कर रही है, साथ ही देहरादून स्थित साइबर क्राइम सेल को भी शिकायत भेज दी गई है।
फर्जी डिग्रियों को लेकर अभी भी पसोपेश
विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक होने के बाद फर्जी डिग्रियों के सत्यापन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन अभी भी पशोपेश में है। कुलसचिव ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय आइटी से जुड़े कोर्स का संचालन नहीं करता। ऐसे में एमटेक, बीटेक आदि डिग्री को जारी करने व सत्यापन करने का सवाल ही नहीं उठता है। पुलिस की जांच में सारी असलियत सामने आ सकेगी फिर भी छात्रों को किसी भी तकनीकी डिग्री को लेकर सजग रहने को कहा गया है।