छह दिन बाद नैनीताल एक्सप्रेस इतिहास में दर्ज
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : कुमायूं क्षेत्र के काठगोदाम से लखनऊ के चारबाग तक काठगोदाम एक्सप्रेस (नैनी
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : कुमायूं क्षेत्र के काठगोदाम से लखनऊ के चारबाग तक काठगोदाम एक्सप्रेस (नैनीताल एक्सप्रेस) ट्रेन चलाई जाती थी, जिसमें पहाड़ के लोग सीधे मीटरगेज की ट्रेन से लखनऊ पहुंच जाते थे। काठगोदाम-लालकुआं तक ब्राडगेज की लाइन पड़ गई, तो इस ट्रेन को लालकुआं से भोजीपुरा होते हुए चारबाग तक किया गया। इसी दौरान चारबाग से ऐशबाग के बीच मीटर गेज को ब्राडगेज में कन्वर्ट कर दिया गया। ऐसे में इस ट्रेन का संचालन ऐशबाग से लालकुआ के बीच किया गया। कुछ साल पहले बरेली सिटी से लालकुआं ट्रैक को ब्राडगेज किया गया। ट्रैक बदलने से नैनीताल एक्सप्रेस का रूट एक बार फिर कम हो गया। इस ट्रेन को इज्जतनगर से ऐशबाग तक चलाया गया। भोजीपुरा-पीलीभीत मीटर गेज पर पहली जनवरी को मेगा ब्लाक लेने के बाद नैनीताल एक्सप्रेस ट्रेन को टनकपुर-पीलीभीत-ऐशबाग के बीच चलाया गया। अब पीलीभीत-टनकपुर व ऐशबाग-सीतापुर मीटर गेज पर पंद्रह मई को मेगा ब्लाक लिया जा रहा है। इस वजह नैनीताल एक्सप्रेस ट्रेन को पंद्रह मई एक हमेशा के लिए बंद किया जा रहा है। इस तरह दशकों पुरानी नैनीताल एक्सप्रेस ट्रेन इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रही है।
नवदंपत्तियों की पहली पसंद थी नैनीताल एक्सप्रेस
उत्तराखंड के नैनीताल घूमने-फिरने के लिए हर कोई नैनीताल एक्सप्रेस से सफर करने को प्राथमिकता देता था। इस एक्सप्रेस ट्रेन में आरक्षित कोच में सीट मिलना मुश्किल होता था। नवदंपत्तियों की नैनीताल एक्सप्रेस पहली पसंद होती थी। यह ट्रेन लखनऊ के चारबाग से चलकर सीधे काठगोदाम उतारती थी, जहां से नैनीताल के लिए परिवहन सेवा आसानी से मिल जाती थी।