मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक टकराव, पथराव-फायरिंग में एक की मौत
कपड़े पर पानी की छींटें पड़ने को लेकर उपजे विवाद ने सांप्रदायिक टकराव का रूप ले लिया। फायरिंग से बेटे की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। कपड़े पर पानी की छींटें पड़ने को लेकर उपजे विवाद ने सोमवार देर शाम नई मंडी थाना क्षेत्र के गांव नसीरपुर में सांप्रदायिक टकराव का रूप ले लिया। दोनों संप्रदाय के लोग हथियारों से लैस होकर आमने-सामने आ गया। इस बीच पथराव और फायरिंग की गई, जिसमें गोली लगने से पिता-पुत्र घायल हो गए। गंभीर हालत में बेटे को मेरठ रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। गांव में तनाव है। बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है।
सोमवार दोपहर नसीरपुर गांव में युवक नमाज पढ़ने जा रहा था। वह गांव के ब्रजपाल के घर के पास पहुंचा, तभी पाइप से निकल रहे पानी की कुछ छींटे उसके कपड़ों पर आ गईं। इस पर युवक नाराज हो गया और उसने विरोध किया। इसी को लेकर ब्रजपाल और इकबाल पक्ष के इस युवक के बीच नोकझोंक होने लगी। तनाव को देखते हुए इसी मसले पर गांव में दोनों पक्षों की पंचायत हुई और मामला निपटा दिया गया, लेकिन देर शाम अचानक इकबाल और ब्रजपाल पक्ष के लोग फिर आमने-सामने आ गए। मामले ने संाप्रदायिक रंग ले लिया। दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद पथराव हुआ और फायरिंग की जाने लगी। दोनों ओर के दर्जनों लोग घायल हो गए। फायरिंग में ब्रजपाल और उसके बेटे आकाश को गोली लग गई। गोली आकाश के सिर में लगी और उसे गंभीर हालत में मेरठ रेफर कर दिया गया। बाद में आकाश की मौत हो गई। ब्रजपाल की भी हालत नाजुक बताई गई है। उधर, सूचना पर एसएसपी अनंत देव तिवारी फोर्स लेकर गांव पहुंचे। आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। समाचार लिखे जाने तक घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। गांव में तनाव व्याप्त है। कप्तान ने आकाश के मरने की पुष्टि की है।
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हत्यारोपी का ट्रैक्टर फूंका
मुजफ्फरनगर का नसीरपुर छावनी में तब्दील कर दिया गया है। भाजपा विधायकों को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बवाल में मारे गए आकाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले गुस्साए लोगों ने एक आरोपी के ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। गांव नसीरपुर में सोमवार को ब्रजपाल के मकान में पानी के पाइप से निकले छींटे उधर से गुजर रहे पड़ोसी शहजाद पर पड़ गए थे। इस पर उसकी ब्रजपाल के बेटे से कहासुनी हो गई थी। उस समय लोगों ने मामला शांत करा दिया था, लेकिन रात को अचानक शहजाद पक्ष ने ब्रजपाल के घर पर पथराव और फायर कर दिया। फायरिंग में गंभीर रूप से घायल हुए ब्रजपाल के पुत्र आकाश की मौत हो गई थी। गांव पहुंची पुलिस ने दो दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया था।
डीआइजी ने लिया हालात का जायजा
डीआइजी केएस इमैनुअल ने गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उधर, मंगलवार दोपहर बाद शव गांव में पहुंचने पर गुस्साए ग्रामीणों ने एक आरोपी के ट्रैक्टर में आग लगा दी। ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग करते हुए अंतिम संस्कार करने से इन्कार करते हुए हाईवे जाम करने की चेतावनी दी। ग्रामीणों ने भीड़ को समझाने का प्रयास कर रहे भाजपा विधायक प्रमोद उंटवाल को खरी-खोटी सुनाई। ढाई घंटे हंगामे के बाद एडीएम वित्त सुनील सिंह द्वारा पंद्रह लाख का मुआवजा और मृतक के परिजन को नौकरी देने के आश्वासन पर ग्रामीण अंतिम संस्कार को तैयार हुए। उधर, आरोपी पक्ष मकानों पर ताला लगाकर भाग गए हैं।