पीएम की पाठशाला में रोमांचित हुए छात्र व गुरुजन
मेरठ : स्कूलों में शुक्रवार को नई कक्षा लगी। इस कक्षा में विद्यार्थी थे, शिक्षक थे और प्रधानाचार्य भ
मेरठ : स्कूलों में शुक्रवार को नई कक्षा लगी। इस कक्षा में विद्यार्थी थे, शिक्षक थे और प्रधानाचार्य भी थे। पढ़ाने वाले शिक्षक की भूमिका में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छात्रों को प्रेरित करने की भूमिका में देश के कोने-कोने के मेधावी छात्र-छात्राएं रहे। शिक्षक दिवस पर गत वर्ष विद्यार्थियों व शिक्षकों को संबोधित करने के बाद इस वर्ष प्रधानमंत्री सीधे संवाद करते नजर आए। स्कूलों में कार्यक्रम को लाइव दिखाया गया। कई स्कूलों में परीक्षाएं चलने के बावजूद कार्यक्रम में बच्चों की उपस्थिति बेहतर नजर आई। जहां हर बच्चे को एक साथ कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था नहीं थी, वहां कार्यक्रम को रिकॉर्ड कर लिया गया, जिससे इसे बाद में दोबारा दिखाया जा सके।
सुबह 10 बजे से होने वाले कार्यक्रम के लिए स्कूलों में बच्चों को पहले ही हॉल में बिठा दिया गया था। अधिकतर स्कूलों में शिक्षक दिवस व कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम होने के बावजूद अधिकतर स्कूलों में पीएम के कार्यक्रम को प्रमुखता दी गई।
रोमांचित हुए विद्यार्थी
कार्यक्रम के दौरान देश भर के विद्यार्थियों की उपलब्धियों को दिखाए जाने की प्रक्रिया से विद्यार्थी काफी प्रभावित हुए। छात्रों ने माना कि प्रतिभाओं को इस तरह राष्ट्रीय मंच पर प्रोत्साहन मिलने से आत्मविश्वास बढ़ता है। वे भी अगले वर्ष वहां पहुंचने की कोशिश करेंगे, जिससे सीएम से सीधे संवाद का अवसर मिल सके। छात्रों का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम को देखने के बाद टीचर्स के प्रति सम्मान और अधिक बढ़ जाता है।
प्रभावित हुए गुरुजन
प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार विद्यार्थियों के जीवन में मां और शिक्षकों के महत्व को बयां किया, उससे छात्रों के साथ ही शिक्षक भी काफी प्रभावित हुए हैं। राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षक अहम भूमिका निभाते हैं और शिक्षकों को इसे अपनी जिम्मेदारी के तौर पर लेना होगा। शिक्षक वर्ग ने पीएम के इस कार्यक्रम को एक सकारात्मक पहल बताया है।
ढीले रहे माध्यमिक व बेसिक स्कूल
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले के माध्यमिक व बेसिक स्कूल इस कार्यक्रम के प्रति उदासीन ही नजर आए। शिक्षा विभाग पहले से ही ऐसे कार्यक्रम से अपना पल्ला झाड़ता दिख रहा था। ऐसे में स्कूलों को न ही समय से निर्देशित किया गया और न ही स्कूलों में कार्यक्रम दिखाने की कोई व्यवस्था की गई। माध्यमिक स्कूलों में राजकीय इंटर कालेज मेरठ सहित कुछ स्कूलों के अलावा अन्य स्कूलों में कार्यक्रम नहीं दिखे। यही हाल बेसिक स्कूलों में भी रहा।