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सहारनपुर हिंसा फैलने की आशंका से उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, धरना-प्रदर्शन पर रोक

सहारनपुर में फिर उपद्रव भड़कने एडीजी को सहारनपुर कैंप कराया गया है। आज शब्बीरपुर में मायावती के दौरे के बाद बडग़ांव क्षेत्र जातीय हिंसा की चपेट में है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 11:58 AM (IST)
सहारनपुर हिंसा फैलने की आशंका से उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, धरना-प्रदर्शन पर रोक
सहारनपुर हिंसा फैलने की आशंका से उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, धरना-प्रदर्शन पर रोक

लखनऊ ( जेएनएन)। सहारनपुर में जातीय हिंसा के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। जिलों के डीएम, एसएसपी को जातीय रैलियों, आंदोलन, धरना-प्रदर्शन की इजाजत नहीं देने का निर्देश है।सहारनपुर में फिर उपद्रव भड़कने के बाद सरकार ने मेरठ जोन के एडीजी, मुजफ्फरनगर के एसएसपी को सहारनपुर भेजा है। पीएसी और आरएएफ की टुकडिय़ां रवाना की गई हैं। उल्लेखनीय है कि आज सहारनपुर के शब्बीरपुर में मायावती के कार्यक्रम के बाद बडग़ांव क्षेत्र जातीय हिंसा की जबर्दस्त चपेट में आ गया है। कई गांव हिंसा की लपटों में घिरकर धधक उठे हैं। हिंसा में 20 से अधिक लोग घायल है। एक ने दम तोड़ दिया है। हालात काबू में नहीं हैं। 

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योगी ने जाना सारा घटनाक्रम

कई दिनों से सुलह रहे सहारनपुर में आज फिर हिंसा भड़कने से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी को तलब कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद प्रदेश के सभी डीएम, एसएसपी को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश भेजा गया, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि जातीय रैलियों, धरना प्रदर्शन और आंदोलन की किसी भी कीमत पर इजाजत नहीं दी जाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में तैनात अधिकारियों को सड़कों पर गश्त करने की हिदायत दी गई और अतिरिक्त सुरक्षा बरतने का निर्देश भेजा गया है।

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एडीजी समेत पूरे अमला कर रहा कैंप

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि सचिव (गृह) मणि प्रसाद मिश्र, एडीजी (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्र, आइजी एसटीएफ अमिताभ यश, डीआइजी सुरक्षा विजय भूषण को विशेष विमान से सहारनपुर भेजा गया है। मेरठ जोन के एडीजी को वही कैम्प करने को कहा गया है। मुजफ्फरनगर के एसएसपी को सहारनपुर में तैनात किया गया है। पांच कंपनी अतिरिक्त पीएसी और दो कंपनी आरएएफ मौके पर भेजी गई है। इन अधिकारियों को जातीय हिंसा पर अंकुश की कार्रवाई की गई है। सचिव गृह के नेतृत्व में भेजा गया अधिकारियों का दल हिंसा नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के साथ ही यह भी तय करेगा कि जातीय हिंसा के लिए जिम्मेदार कौन है। प्रशासन और पुलिस ने जो कदम उठाये वह प्रभावी थे। इन अधिकारियों की रिपोर्ट में जिस भी अधिकारी को दोषी पाया जाएगा, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई तय है।

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सहारनपुर की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण : मुख्यमंत्री

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर की घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने धैर्य व संयम बनाए रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी लोगों से शांति बहाली में सहयोग करने की अपील की है। शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि सहारनपुर में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के जाने से वहां शांति बहाली में सहयोग मिलेगा लेकिन, ऐसा न होना दुखद है। वहां शांति का वातावरण बन चुका था लेकिन, उनके पहुंचने पर अशांति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, जिसमें निर्दोष युवक मारा गया।

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माया को घडिय़ाली आंसू का लाभ नहीं : सिद्धार्थनाथ

सहारनपुर में बसपा प्रमुख मायावती द्वारा सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश पर भाजपा सरकार ने पलटवार किया है। सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मायावती ने 2017 में अपनी राजनीतिक जमीन खो दी है और उनके भाई ने दूसरी जमीन। अब माया को घडिय़ाली आंसू का लाभ नहीं मिलने वाला है। सरकार कठोर से कठोर कार्रवाई में कोताही नहीं बरतेगी ताकि जर्जर व्यवस्था दुरुस्त हो सके। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में जो घटना हुई वह नहीं होनी चाहिए थी। विपक्ष उसे सांप्रदायिक और जातीय रंग देने की कोशिश कर रहा है लेकिन, सरकार ने दोनों पक्षों पर कार्रवाई की है। मायावती या भीम सेना के आरोप सही नहीं हैं। सरकार का रवैया पारदर्शी है। ऐसे कुछ लोगों का पश्चिमी उप्र में नेटवर्क फैला है लेकिन वहां पर ठोस कार्रवाई चल रही है और किसी को भी कानून से खेलने की इजाजत नहीं मिलेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हवाले से कहा कि प्रशासन का हाथ भारी पड़ता है तो बिल में छिपे तत्व बौखलाते हैं। मायावती के हेलीकाप्टर न उतरने की इजाजत के सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि यह लोकल प्रशासन का फैसला होता है। 

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महिलाओं से दुष्कर्म का प्रयास

मायावती के आगमन पर जोश में आए दलित युवाओं ने सहारनपुर में ठाकुरों के घरों व गालियों में पथराव करते हुए जमकर बवाल काटा। बिटोरों व घरों में आगजनी कर महिलाओं से दुष्कर्म का प्रयास किया। प्रतिशोध में नकाबपोश युवकों ने दो स्थानों पर डेढ़ दर्जन से अधिक दलितों पर तलवार से ताबड़तोड़ हमले किये। गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। देर शाम बसपाइयों ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोडफ़ोड़ व हंगामा किया।  

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मायावती के आने से जोश में भीम आर्मी

पुलिस के अनुसार शब्बीरपुर में बसपा अध्यक्ष मायावती के आने से जोश में आए भीम आर्मी से जुड़े दलित युवकों ने ठाकुरों के पांच घरों पर पथराव कर बिटोरों में आग लगा दी। गलियों में भी जमकर पथराव किया। डीएम एनपी सिंह व एसएसपी सुभाष चंद दुबे मौके पर पहुंचकर पीडि़तों से बात कर रहे थे कि तभी पांच और ठाकुरों के घरों में आग लगाने की सूचना मिली। दमकल बुलाकर आग पर काबू पा लिया गया। ठाकुर समाज की महिलाओं ने डीएम-एसएसपी का घेराव कर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं द्वारा दुष्कर्म के प्रयास की भी शिकायत की। 

मायावती के जाते ही शब्बीरपुर के समीप के गांव चंदपुरा में नकाबपोश युवकों ने बसपा का झंडा लगी सरसावा के गांव सुवाहेड़ी से आई बुलेरो को रोक कर फूल सिंह समेत चार बसपाइयों को तलवार से घायल कर दिया जबकि अकबर को गोली मार दी। उधर हलालपुर गांव के पास भी गाड़ी रोककर गांव सुवाहेड़ी के आशीष, सचिन को गोली मारी गई जबकि नर सिंह समेत आठ लोगों पर तलवार से हमला किया।

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दलित और ठाकुरों का सड़कों पर सामना

पुलिस ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नानौता भेजा, जहां डाक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया। बाकी सभी को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल भेजा गया। वहां से अकबर को हायर सेंटर रेफर किया गया। हमलों का पता चलते ही दलित पत्थर व लाठी डंडे लेकर घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े लेकिन पुलिस ने किसी को आगे नहीं जाने दिया। यहां पुलिस मोर्चा संभाल रही थी कि और आसपास के गांव में दलित व ठाकुर सड़कों पर आमने-सामने आ गए। बडग़ांव, शब्बीरपुर, चन्द्रपुरा, महेशपुरा आदि गांव में बाजार बंद हो  गए। बडग़ांव में लोगों ने सड़कों पर वाहनों को रोककर राहगीरों से मारपीट की। 

मुजफ्फरनगर एसएसपी बडग़ांव भेजे 

बडग़ांव व आसपास के गांवों में हालात बेकाबू होते देख मुजफ्फरनगर के एसएसपी बबलू कुमार को बडग़ांव में तैनात का दिया गया है। उधर, देर रात तक सहारनपुर शहर की सड़कों पर जगह-जगह दलितों का जमावड़ा था। शहर में अनहोनी की आशंका से दहशत बनी हुई है। हिंसाग्रस्त इलाका पुलिस छावनी बना देने के बावजूद हालात बेहद तनाव पूर्ण हैं। एडीजी मेरठ जोन आंनद कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर हैं। आरएएफ, पीएसी व आसपास के जनपदों से भारी पुलिस बल बुलाया गया है। 


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