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राष्ट्रपति चुनावः यूपी में विपक्ष के वोटों में कोविंद ने लगाई सेंध

सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव व सपा समर्थित निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह सहित करीब एक दर्जन विधायकों के वोट कोविंद के पक्ष में डालने के अनुमान लगाए जा रहे हैं

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 17 Jul 2017 08:32 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jul 2017 09:46 PM (IST)
राष्ट्रपति चुनावः यूपी में विपक्ष के वोटों में कोविंद ने लगाई सेंध
राष्ट्रपति चुनावः यूपी में विपक्ष के वोटों में कोविंद ने लगाई सेंध

लखनऊ (जेएनएन)। राष्ट्रपति पद के लिए सोमवार को हुए मतदान में विपक्ष की किलेबंदी दरक गयी। समाजवादी पार्टी की पारिवारिक लड़ाई सतह पर दिखी, 'रायसीना में यूपी का लाल नारा कारगर सिद्ध हुआ लिहाजा एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद विपक्ष के वोटों में सेंध लगाने में कामयाब रहे। सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव व सपा समर्थित निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह सहित करीब एक दर्जन विधायकों के वोट कोविंद के पक्ष में डालने के अनुमान लगाए जा रहे हैं जबकि कोविंद समर्थकों का दावा है कि उन्हें 339 वोट मिलेंगे।

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मतदान सुबह दस बजे कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच तिलक हाल में शुरू हुआ। शाम पांच बजे तक कुल 406 वोटों में से 405 वोट डाले गए। तबीयत अधिक खराब होने के कारण सुलतानपुर जिले की इसौली सीट से सपा विधायक अबरार अहमद मतदान के लिए नहीं पहुंचे। उमस भरी गर्मी के बावजूद सुबह दस बजे से ही वोट डालने का सिलसिला शुरू हो गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने सांसद होने के नाते वोट डाले। तीनों शुरू में ही मतदान करने पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने कोविंद की भारी बहुमत से जीत का दावा करते हुए कहा कि बेहतर होता चुनाव सर्वसम्मति से हो जाता। मुलायम सिंह व शिवपाल जैसे विपक्षी नेताओं का समर्थन मिलने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने धन्यवाद जताया।
विधायकों के पेन और मोबाइल फोन आदि मतदान केंद्र के बाहर रखवाये जा रहे थे। भाजपा के विधायकों में जोश ज्यादा था और उनमें अधिकतर टोली बनाकर आए। सबकी निगाहें सपा, बसपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय विधायकों पर थीं। मुख्तार अंसारी को छोड़ बसपा के सभी विधायक विधानमंडल दल नेता लालजी वर्मा के नेतृत्व में पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने मतदान के बाद क्रास वोट न होने का दावा किया।
वोटिंग की रफ्तार शुरू से तेज रही और दोपहर 12 बजे तक 216 मत डाले जा चुके थे। करीब एक बजे शिवपाल यादव पहुंचे। उनके साथ निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्र भी थे। शिवपाल की तरह विजय मिश्र ने भी अपना वोट कोविंद को देने की बात कही।

मुलायम के निर्देश पर ही कोविंद को वोट : कोविंद को वोट देने की वजह शिवपाल ने मुलायम ंिसंह का निर्देश बताया। उन्होंने दावा किया कि सपा के कई अन्य विधायकों ने भी कोविंद को यूपी का होने के नाते वोट किया। हालांकि उन्होंने उन विधायकों के नाम जाहिर करने से मना कर दिया। निर्दल विधायक अमनमणि त्रिपाठी भी कोविंद को वोट करने वालों में शामिल बताये जाते हैं।

अखिलेश को बताकर वोट किया : सपा समर्थित निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह करीब तीन बजे पहुंचे। उनके साथ विनोद सरोज भी थे। उन्होंने भी कोविंद के पक्ष मेें वोट देने की बात कही। कहा कि इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को वह पहले ही बता चुके थे।

बैकफुट पर सपा
शिवपाल द्वारा कोविंद के पक्ष में वोट देने के बाद सपा नेता बचाव करते दिखे। विधानमंडल दलनेता राम गोविंद चौधरी का कहना था कि शिवपाल ने सपा समर्थित प्रत्याशी मीरा कुमार को ही वोट किया है और केवल मीडिया को भ्रम में डालने के लिए बयान दे रहे है। वहीं आजम खां भी सपा के बिखराव पर लीपापोती करते दिखे।

कांग्रेस एकजुट नहीं
खास बात रही कि कांग्रेस के सात विधायक हैं परंतु सभी अलग अलग वोट देने आए। विधानमंडल दलनेता अजय कुमार लल्लू ने एकजुटता का दावा किया परंतु एक साथ वोट न देने का जवाब न दे सके। उनका कहना था कि अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील का यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को लाभ मिला है।

कोविंद का पलड़ा भारी
विधायक संख्या के आधार पर एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का पलड़ा भारी है। उनके पास एनडीए गठबंधन के 325 वोट हैं। इनमें भाजपा-312, अपना दल-नौ और भासपा के चार विधायक है। निर्दलीय चार वोट भी कोविंद के पक्ष मेें पड़े। यह निर्दलीय विधायक हैं रघुराज प्रताप सिंह, विजय मिश्रा, अमनमणि त्रिपाठी और विनोद सरोज शामिल हैं। वहीं सपा के शिवपाल यादव ने भी कोविंद के पक्ष में वोट दिया दूसरी ओर यूपीए प्रत्याशी मीरा कुमार के पास सपा के 45, बसपा के 19 और कांग्रेस के सात विधायक ही हैं।
 


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