बंद कोर्स के फार्म भरवाए अब दे रहे विकल्प
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) की लापरवाही का
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) की लापरवाही का खामियाजा अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है। बीबीए एलएलबी ऑनर्स कोर्स में नियमित फैकल्टी रखे बिना ही आवेदन फार्म भरवा लिए। बार काउंसिल ऑफ इंडिया की आपत्ति के बाद कोर्स बंद हो गया है। यही हाल एमए डेवलपमेंट स्टडीज का भी है। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने जब विरोध किया तो बीबीएयू प्रशासन बैकफुट पर आ गया। अब उसने आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को च्वाइस दी है कि वह दो अन्य कोर्सेज में आवेदन कर प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकता है।
ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने बीबीए एलएलबी आनर्स कोर्स में आवेदन किया था, उन्हें बीबीए कोर्स और बीए ऑनर्स पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स में आवेदन करने का मौका दिया गया है। वहीं एमए डेवलपमेंट स्टडीज कोर्स में आवेदन करने वाले अभ्यर्थी एमए इतिहास व एमए समाजशास्त्र कोर्स में आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए अभ्यर्थियों को एक सादे कागज पर प्रार्थना पत्र लिखकर पूर्व में भरे गए आवेदन फार्म की छायाप्रति लगाकर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के शिक्षक और प्रवेश कमेटी के सदस्य प्रो. आरए खान के पास जमा करने को कहा गया है। अभ्यर्थियों को जिन वैकल्पिक विषयों में आवेदन करना है वह सोमवार की शाम पांच बजे तक इसे भर सकते हैं। वेबसाइट www.ढ्डढ्डड्डह्व.ड्डष्.द्बठ्ठ पर इसकी जानकारी अपलोड की जा चुकी है। इनकी प्रवेश परीक्षा 18 अगस्त को सुबह आठ बजे से दस बजे तक होगी।
चार साल से डिप्लोमा का कर रहे इंतजार
बीबीएयू में गृह विज्ञान विभाग में चल रहे कम्युनिटी कॉलेज के डिप्लोमा इन डायटेटिक्स एंड न्यूट्रिशन कोर्स में पढ़ने वाले विद्यार्थी डिग्री का इंतजार कर रहे हैं। छात्रों के पक्ष में आंदोलन चला रहे छात्रनेता ऋषि शुक्ला का कहना है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) 12-12 लाख की चार किश्तें यानी कुल 52 लाख रुपये की मदद कर चुका है लेकिन अभी तक छात्रों को फेलोशिप भी नहीं मिली। अगर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो दोबारा आंदोलन करेंगे।