Move to Jagran APP

फिंकवाया दूध, नमूने भी लिए

जागरण संवाददाता, हाथरस : जिले में ¨सथेटिक दूध का कारोबार थम नहीं रहा है, जबकि डीएम के निर्देशन में छ

By Edited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 02:23 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 02:23 AM (IST)
फिंकवाया दूध, नमूने भी लिए

जागरण संवाददाता, हाथरस : जिले में ¨सथेटिक दूध का कारोबार थम नहीं रहा है, जबकि डीएम के निर्देशन में छापामार कार्रवाई चल रही है। मंगलवार को एफडीए की टीम ने सिकन्दराराऊ व उसके गांव पोरा, भुर्रका में छापामार कार्रवाई की। दूध में डिटर्जेंट की जांच पॉजिटिव आने पर दूध को नष्ट कराया, वहीं नमूने भी लिए। एक डेयरी संचालक को नोटिस भी दिया है।

loksabha election banner

एफडीए टीम के प्रभारी चंदन पांडेय ने बताया कि डीएम के निर्देशन में उन्होंने सिकन्दराराऊ में डेरा जमा लिया और अपनी टीम के साथ एसडीएम एनपी पांडेय की अगुवाई में पुलिस बल के साथ छापामार कार्रवाई की। सबसे पहले गांव पोरा में देवेन्द्र ¨सह की परम डेयरी पर छापा मारा और यहां से दूध का नमूना लिया। टीम गांव भुर्रका में पहुंची तो यहां पर सड़क सहारे टाटा मैजिक में करीब दस केन दूध की रखी नजर आई। यहां पर दूध का व्यापक कारोबार है और यहां से सीधे सप्लाई एटा होती है। इस दूध का नमूना लेकर संदिग्ध होने पर नष्ट कराना चाहा तो महिलाओं ने विरोध कर टीम को घेर लिया। इन महिलाओं से जब दूध चखने की बात कही तो वह पीछे हट गई। ग्रामीणों ने दूध जलेसर जाने की बात कही। यहां से उमेश व अनिल के दूध का नमूना लिया। टीम ने सिकन्दराराऊ की क्वालिटी डेयरी पर भी छापा मारा। चंदन पांडेय ने बताया कि यहां एक टैंकर खड़ा मिला जिसमें दूध था। उसमें डिटर्जेंट की जांच कराई तो वह पॉजीटिव पाया गया। डेयरी संचालक लाइसेंस नहीं दिखा सका और उसकी लैब भी व्यवस्थित नहीं थी, जिस पर संचालक को 14 दिन का नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि टैंकर के दूध को नष्ट करा दिया गया है। छापामार कार्रवाई से अन्य डेयरी संचालक अपनी डेयरी बंद कर भाग जाने में सफल हो गए।

जलेसर में भी छापामार कार्रवाई

डीओ चंदन पांडेय ने बताया कि भुर्रका के लोगों ने बताया कि यहां से दूध एटा जिले के जलेसर क्षेत्र स्थित एक डेयरी पर जाता है। इस बात की जानकारी उन्होंने लखनऊ विभाग के कमिश्नर को दी तो उनके निर्देश पर जलेसर में भी छापामार कार्रवाई की गई।

भुर्रका में पहली बार कार्रवाई

गांव भुर्रका में दूध का काम व्यापक स्तर पर है लेकिन इस गांव में पहली बार छापामार कार्रवाई हुई है। पहले तो लोगों ने विरोध किया लेकिन बाद में पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए इस संबंध में जानकारी भी दी कि यहां से सारा दूध एटा में सप्लाई होता है।

---

सिस्टम की सुनो

दूध में डिटर्जेंट की जांच की गई तो पॉजिटिव आया। इस दूध को नष्ट कराते हुए संचालक को नोटिस भी जारी किया है। साथ ही दूध के नमूनों को जांच के लिए भेजा जा रहा है। जिले में ¨सथेटिक दूध के कारोबार को बिलकुल नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। साथ ही इस धंधे में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।

चन्दन पांडेय, डीओ, खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग।

------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.