शोपीस बन कर रह गए गोरखपुर रेलवे स्टेशन के एटीवीएम
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर लगाई गई 12 एटीवीएम से औसत कुल 10 फीसद लोग भी टिकट नहीं लेते।
गोरखपुर (जागरण संवाददाता)। शनिवार, शाम पांच बजे। रेलवे स्टेशन का फर्स्ट क्लास गेट। गेट पर स्थापित आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) पर न यात्री और न रेलवे के सहायक। कुछ कुत्ते मशीन के चारो तरफ चक्कर लगा रहे थे। यही स्थिति वीआइपी गेट पर स्थापित एटीवीएम की रही। उसके पास भी अनधिकृत यात्री आराम फरमा रहे थे।
जनरल टिकट घर में स्थापित छह एटीवीएम को छोड़ दिया जाए तो रेलवे स्टेशन की अन्य मशीनें शोपीस बनी हुई हैं। जनरल टिकट घर की मशीनों पर भी गिनती के कुछ लोग ही टिकट लेते हैं। दूसरी तरफ खिड़कियों पर लंबी लाइन लगी रहती है।
इसे जागरूकता का अभाव कहें या रेलवे प्रशासन की लापरवाही। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर लगाई गई 12 एटीवीएम से औसत कुल 10 फीसद लोग भी टिकट नहीं लेते। जबकि, स्टेशन स्थित खिड़कियों से रोजाना औसत 30 हजार लोग टिकट बुक कराते हैं। एटीवीएम से जनरल और प्लेटफार्म टिकट मिलते हैं।
मासिक सीजन टिकट का नवीनीकरण भी हो जाता है। टिकट के लिए यात्रियों को शापिंग की तरह अपना कार्ड स्वैप करना होता है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार एटीवीएम से टिकट के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के जारी स्मार्ट कार्ड से उत्तर रेलवे, मध्य रेलवे और उत्तर पश्चिम रेलवे के स्टेशनों पर जनरल टिकट हासिल किया जा सकता है। यानी, एक बार कार्ड बनवा लेने के बाद काउंटरों पर लाइन लगाने से मुक्ति मिल जाएगी।
उन्होंने बताया कि गोरखपुर में 12 के अलावा लखनऊ में सात, गोंडा में तीन, बस्ती में चार, खलीलाबाद में तीन, देवरिया में तीन, सलेमपुर में दो और छपरा में सात सहित कुल 89 मशीन लगाई जा चुकी हैं। अन्य स्टेशनों पर मशीनों को लगाने की प्रक्रिया शुरू है।
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स्मार्ट कार्ड के साथ मिलता है बोनस: 'आपरेशन फाइव मिनट' योजना के तहत यात्रियों को बेहतर सुविधा के लिए स्टेशनों पर एटीवीएम लगाए जा रहे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे में कुल 207 मशीन लगाई जानी हैं। टिकट के लिए रेलवे स्मार्ट कार्ड जारी करता है। 150 किमी की दूरी तक जनरल टिकट लेने पर यात्री को पांच फीसद का बोनस भी मिलता है। अगर यात्री के पास स्मार्ट कार्ड नहीं है तो भी टिकट मिल जाता है। सहयोग के लिए मशीनों पर फैसिलिटेटर (सहायक) तैनात किए गए हैं।
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