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ट्रेनें विलंबित हुई तो अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अब ट्रेनें अगर लेट हुईं तो संबंधित अधिकारी कार्रवाई की जद में होंगे। इसकी

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 May 2017 05:39 PM (IST)Updated: Sun, 07 May 2017 05:39 PM (IST)
ट्रेनें विलंबित हुई तो अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
ट्रेनें विलंबित हुई तो अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अब ट्रेनें अगर लेट हुईं तो संबंधित अधिकारी कार्रवाई की जद में होंगे। इसकी चेतावनी देते हुए मंत्रालय ने सभी अधिकारियों को आगाह किया है। इसके लिए सभी जोनल प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे इसके लिए रात के समय एक अतिरिक्त अधिकारी की तैनाती करें जो रात के समय ट्रेनों के ससमय संचालन में आने वाले रोड़े को दूर कर सके।

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लंबी दूरी की ट्रेनों के विलंबित होने का सिलसिला पुराना है। अक्सर ट्रेनें कई-कई घंटे लेट होती हैं जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ता है। इसका प्रमुख कारण है अधिकतर क्षेत्रों में ¨सगल लाइन का होना। ट्रेनों की लगातार बढ़ती संख्या के चलते अधिकतर समय लाइनें व्यस्त रहती हैं। नतीजा ट्रेनों को लाइन खाली होने का इंतजार करना पड़ता है। इस इंतजार के चलते ट्रेनें लेट होती चली जाती हैं। सबसे जरूरी है कि लाइन की क्षमता में इजाफा किया जाए। विलंबन को रोकने के लिए रेलवे ने अभी तक कोई ऐसी डिवाइस भी नहीं बनाई जिससे ट्रेनों के लेट होने के क्रम में सुधार किया जा सके। हालांकि इसे देखते हुए रेलवे मंत्रालय ने लाइनों का दोहरीकरण कार्य शुरू किया है। वाराणसी - औड़िहार, छपरा-बलिया का दोहरीकरण हो चुका है। औड़िहार-बलिया के दोहरीकरण का कार्य शुरू है। लेकिन बढ़ती हुई ट्रेनों के अनुपात में इनका क्षेत्रफल काफी कम है।

वरिष्ठ अधिकारी की हो तैनाती

जोनल प्रमुखों से कहा गया है कि रात में 10 बजे से सुबह सात बजे के बीच रात्रिकालीन पाली में एक वरिष्ठ अधिकारी की तत्काल तैनाती की जाए। तैनात अधिकारी स्थिति की निगरानी करेंगे और ट्रेनों के परिचालन में देरी को रोकने के लिए अगर कोई समस्या है तो उसे दूर करेंगे। हालांकि इस पर काम भी हो रहा है। पहली से 15 अप्रैल के बीच के समय में ट्रेनों के देर से चलने की दर घटकर 79 प्रतिशत रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 84 फीसद थी।

रेलवे ट्रेनों के विलंबन को लेकर गंभीर

रेलवे ट्रेनों के लेट-लतीफी को लेकर गंभीर है। इसके तकनीकी कारणों में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसके लिए लाइन क्षमता बढ़ानी जरूरी है। हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई पत्र वगैरह नहीं आया है। अगर मंत्रालय कोई निर्देश जारी करता है तो पालन किया जाएगा।- अशोक कुमार, जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी मंडल।


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