मैनपुरी पैसेंजर बंद करने का आदेश चंद घंटों में निरस्त
जागरण संवाददाता, इटावा : सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव की ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली इटावा-मैनपुर रे
जागरण संवाददाता, इटावा : सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव की ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली इटावा-मैनपुर रेल सेवा पर उस समय संकट के बादल छा गए जब बीते मंगलवार को डीआरएम के निर्देश पर महज 13 दिन चली पैसेंजर ट्रेन को बंद कराने का फरमान जारी कर दिया गया। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो हड़कंप मच गया। चंद घंटों के बाद ही ट्रेन चलाने का आदेश जारी किया गया और आधी रात के बाद खाली ट्रेन को मैनपुरी भेजा गया।
इटावा से मैनपुरी रेलमार्ग पर पैसेंजर ट्रेन का शुभारंभ बीते 28 दिसंबर को किया गया था। इस मार्ग पर सिग्नल व्यवस्था अभी तक दुरुस्त नहीं हो सकी है। इटावा और करहल रेलवे स्टेशन पर सिग्नल व्यवस्था के तहत लगाए गए ब्लाक इस्टूमेंट अभी तक कार्य नहीं कर रहे हैं। बीते 6 माह से इंजीनियरों की टीम कई बार इनको दुरुस्त करने आई लेकिन सफलता नहीं मिली। बीते दिवस डीआरएम यानी मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद एसके पंकज ने निरीक्षण किया तो करहल स्टेशन पर सिग्नल व्यवस्था न होने पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जब सिग्नल व्यवस्था सही नहीं है तो पीएलसी के तहत ट्रेन चलाए जाने की क्या जरूरत है। इसके तहत परिचालन अग्रिम आदेश तक के लिए बंद करने का आदेश कर दिया गया। बीते मंगलवार को दोपहर के समय किए गए आदेश की भनक अधिकतर लोगों को मिल गई। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो अमले में हड़कंप मच गया। इसके बाद देर रात पैसेंजर का परिचालन जारी रखने का आदेश किया गया। रात करीब डेढ़ बजे ट्रेन को मैनपुरी के लिए रवाना किया गया। इस संबंध में रेल यातायात निरीक्षक डीएम मीणा ने बताया कि निर्देश को सही तरीके से न समझने के चलते यह स्थिति हो गई थी, मैनपुरी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा। सिग्नल व्यवस्था जल्द दुरुस्त हो जाएगी।
आवागमन समय सही नहीं
इटावा-मैनपुरी रेलमार्ग पर पैसेंजर ट्रेन के रूप में नई ट्रेन नहीं चलाई गई है। आगरा-बटेश्वर से इटावा आने वाली पैसेंजर ट्रेन डीएमयू का विस्तार कर दिया गया है। ट्रेन के आवागमन का समय सही नहीं है, रात 8.45 बजे इसका समय इटावा से मैनपुरी जाने के लिए निर्धारित किया गया है। अक्सर कई घंटे लेट आने वाली यह ट्रेन देर रात में मैनपुरी के लिए रवाना होती है, इसी तरह मैनपुरी से इटावा के लिए सुबह चार बजे का समय निर्धारित किया गया है। इस दौरान यात्रियों की संख्या नगण्य होने से यह पैसेंजर ट्रेन जनता के लिए भी मुफीद साबित नहीं हो रही है।