सीबीआई ने पकड़े पांच लाख के नकली नोट
इटावा, जागरण संवाददाता : मंगलवार की रात केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर पा
इटावा, जागरण संवाददाता : मंगलवार की रात केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर पांच लाख के नकली नोट बरामद किये हैं। इस मामले में चार लोगों को पकड़ा गया है। यह कार्रवाई इतनी गुप्त रखी गयी कि जनपद की पुलिस को इसकी भनक तक न लग सकी। यह नकली नोट पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के दो लोग फरक्का एक्सप्रेस से इटावा लाये थे। माना जा रहा है कि नेपाल की सीमा से तस्करी करके यह नोट देश में खपाने के लिए भेजे गये थे। दिल्ली की सीबीआई के अपर पुलिस अधीक्षक अजायब ¨सह के नेतृत्व में उनकी टीम मंगलवार की रात ही रेलवे स्टेशन पर सादे भेष में लगी हुई थी। मंगलवार को 13483 अप फरक्का एक्सप्रेस रात 12 बजकर 52 मिनट पर जैसे ही रेलवे स्टेशन पर पहुंची उससे दो लोग निताई घोष पुत्र बादल घोष निवासी कसूडीराम मंडल पाड़ा मंडई कृष्णापुर पोस्ट वैभव नगर जिला मालदा व शीबू लाल मंडल पुत्र निरंजन मंडल निवासी भागीरथ मंडल पाड़ा देवीदास पुर वैभव नगर मालदा उतरे। यह लोग रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर एक पर आकर बैठ गये। इन लोगों ने नकली नोटों को हस्तांतरित करने के लिए औरैया के गो¨वद नगर निवासी सर्वेश पाठक पुत्र अजय कुमार पाठक व उनके बहनोई निर्मल तिवारी पुत्र सोने लाल निवासी बाड़ा गो¨वद नगर को फोन कर बुलाया। इसी बीच सीबीआई की टीम इन लोगों के आसपास ही बनी रही और उन पर निगाह रखे रही। बुधवार की सुबह करीब पौने चार बजे सर्वेश पाठक व निर्मल तिवारी औरैया से मोटरसाइकिल नंबर यूपी 78 ए क्यू - 4822 से रेलवे स्टेशन पहुंचे। इन लोगों ने फोन से निताई घोष व सीबू लाल को बाहर बुलाया। जैसे ही यह लोग बाहरी परिसर में मिले सीबीआई की टीम ने इन्हें दबोच लिया। सर्वेश पाठक ने प्लेट फार्म की तरफ भागने का प्रयास किया परंतु पीछे लगी हुई सादी वर्दी में आरपीएफ की टीम के सब इंस्पेक्टर रमेश चौधरी, आरडी ¨सह व राजेश यादव ने उसे पकड़ लिया। निताई घोष व सीबू लाल के बैग से लगभग पांच लाख रुपये के नकली नोट बरामद किये गये। यह सभी नोट एक हजार व पांच सौ के थे। नोट एक झोले के अंदर चावल की चूरी के नीचे छिपाकर लाये गये थे। सर्वेश पाठक के पास से लगभग एक लाख के असली नोट भी बरामद किये गये हैं। सीबीआई की टीम फौरन इन चारों आरोपियों को रेलवे के गेस्ट हाउस में ले गई जहां पर इनसे कड़ी पूछताछ की गई। नकली नोटों की स्कै¨नग भी की गई। दोपहर बाद इन्हें सीबीआई की लखनऊ अदालत में भेजा गया है।