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संस्कृत को सरकार दे संरक्षण : हांगलू

जासं, इलाहाबाद : राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के गंगानाथ झा परिसर में संस्कृत विद्याओं पर चल रही सात

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 01:09 AM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 01:09 AM (IST)
संस्कृत को सरकार दे संरक्षण : हांगलू
संस्कृत को सरकार दे संरक्षण : हांगलू

जासं, इलाहाबाद : राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के गंगानाथ झा परिसर में संस्कृत विद्याओं पर चल रही सात दिवसीय विचार गोष्ठी का मंगलवार को समापन हुआ। मुख्य अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रतनलाल हांगलू ने संस्कृत को अनेक भाषाओं की जरूरत बताते हुए इसे सरकार की ओर से संरक्षण मिलने की वकालत की।

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संस्कृत विद्याओं में अन्त:शास्त्रीय अध्ययन के विविध आयाम एवं नव अनुसंधान की संभावना विषय पर आयोजित इस विचार गोष्ठी में देश के अनेक विद्वानों ने प्रतिभाग किया। संस्कृत के अनेक पहलुओं पर चिंतन हुआ। वक्ताओं ने संस्कृत में नव अनुसंधान की जरूरत पर प्रकाश डाला। समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. हांगलू ने कहा कि संस्कृत की आवश्यकता संस्कृत जगत को ही नहीं बल्कि हर विषय के अध्ययन के लिए है। विशिष्ट अतिथि प्रो. हरिदत्त शर्मा, डॉ. राजेश पुरोहित और डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने भी समापन के अवसर पर अपना संबोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. शैली कुमारी मिश्रा ने की और आख्या प्रो. ललित कुमार त्रिपाठी ने प्रस्तुत की। डॉ. अपराजिता मिश्र ने सभी को धन्यवाद दिया। सात दिनों में देश के 35 विद्वानों ने विचार गोष्ठी में अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस मौके पर प्रो. रामजी पांडेय, डॉ. शैलजा पांडेय, डॉ. सुरेश पांडेय, डॉ. कृतिकांत शर्मा आदि मौजूद रहे।


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