आपके नये एंड्रायड फोन में भी हो सकता है malware!
एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ मैलिशस सॉफ्टवेयर स्मार्टफोंस को लक्ष्य बना रहे हैं और यह साधारण बात हो गयी है, यहां तक कि नये खरीदे जा रहे हैंडसेट्स में ऐसे सॉफ्टवेयर पहले से ही मौजूद होते हैं।
नई दिल्ली। नया एंड्रायड फोन खरीदा है और निश्चिंत हो बैठे हैं कि इसमें किसी तरह का गलत सॉफ्टवेयर यानि malware नहीं हो सकता तो नींद से जाग जाएं क्योंकि नये एंड्रायड स्मार्टफोंस भी शिकार बन सकते हैं। एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ मैलिशस सॉफ्टवेयर स्मार्टफोंस को लक्ष्य बना रहे हैं और यह साधारण बात हो गयी है, यहां तक कि नये खरीदे जा रहे हैंडसेट्स में ऐसे सॉफ्टवेयर पहले से ही मौजूद होते हैं।
जर्मन सिक्योरिटी फर्म ‘G DATA’ के एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसे malware वाले सैंपल्स की संख्या पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में 25 प्रतिशत तक बढ़ गयी है।
कंपनी की ओर से जारी की जा रही दसवीं ऐसी रिपोर्ट है जिसमें प्रत्येक 14 सेकेंड के अंतराल पर malware की पहचान की जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, Huawei और Xiaomi जैसे निर्माताओं की ओर से डिवाइसेज में मोडिफाइड एप्स होते हैं जो यूजर्स की जासूसी या विज्ञापनों का डिस्प्ले करते हैं।
फ्री सॉफ्टवेयर के साथ यूजर्स ऐसे malware डिटेक्ट कर सकते हैं। Xiaomi का कहना है कि सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक बिचौलियें Xiaomi जैसी कंपनी में अलग से मैलवेयर लगा रहे हैं। जिसमें कंपनी की कोई गलती नहीं है।अनधिकृत खुदरा विक्रेता अनौपचारिक जगह से खरीदा मैलवेयर इंजेक्षन उपकरण में लगा सकते हैं। इसलिए हमारी सलाह है कि आप अधिकृत चैनलों जैसे Mi.com, फ्लिपकार्ट, अमेज़न या स्नैपडील से ही एम आई फोन खरीदें।